शहर के तेवतिया नर्सिगहोम के एम्ब्रियोलाजिस्ट डा. आकाश शर्मा का कहना है कि कोरोना से भारत में अन्य देशों की तुलना में कोरोना ने भारत में लोग बहुत बचे हुए हैं। इसके पीछे सबसे बड़ी वजह यहां के लोगों की मजबूत रोग प्रतिरोधक क्षमता है। फिर भी हमे इसको हल्के में नहीं लेना है। जितनी तेजी से संक्रमण फैला उतनी ही तेजी से अब नियंत्रित भी हुआ है। देश में अब तक जितनी भी मौतें हुई हैं उनमें अधिकांश लोग पहले से किसी ना किसी बीमारी से ग्रस्त थे। जब तक इसकी रोकथाम के लिए कोई वैक्सीन नहीं आ जाती। तब तक बहुत सावधानी बरतने की जरुरत है। जब महिला गर्भवती होती है तो उसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है। इसलिए संक्रमणकाल में गर्भवती महिलाओं को ज्यादा खतरा है। इनका खास ख्याल रखें। खाने में पनीर, दाल, दूध, दही, फल, जूस और हरी सब्जियां शामिल करें। नियमित व्यायाम और मार्निंग वाक किया जाए। उनके परिवार के सदस्य यदि बाहर से घर में आएं तो उनको भी सावधानी बरतने की जरुरत है। परिवार के सदस्य बाहर से संक्रमण लाएंगे तो घर की महिलाओं को भी संक्रमण लग सकता है। शरीर में दिक्कत होने पर तुरंत चिकित्सक को दिखाएं।