जागरणसंवाददाता,विकासनगर।WaterConservationसमाजकेलिएकुछकरनेकाजज्बाऔरईमानदारीसेप्रयासहोंतोपरिणामभीसुखदहीमिलताहै।ऐसाहीकरदिखायाहैरागिनीबहुगुणाने।रागिनीनेजलसंरक्षणकीदिशामेंकार्यकरतेहुएघरकीछतपररेनवाटरहार्वेस्टिंग(वर्षाजलसंचयन)शेडऔरनीचेतालाबबनाकरबारिशकेपानीकोसहेजनेकाकामकिया।तालाबकीवजहसेस्रोतरिचार्जहोनेसेआसपासकेहैंडपंपमेंभीपानीकीआपूर्तिबराबरबनीरहतीहै।बारिशकेदौरानसंरक्षितपानीसेकिचनगार्डनहराभराहै,जोदूसरोंकोभीजलसंरक्षणकीप्रेरणादेरहाहै।
देहरादूनकेविकासनगरकेहरिपुरढकरानीनिवासीरागिनीबहुगुणावर्तमानमेंदेहरादूनकेईसीरोडस्थितमंगलादेवीइंटरकॉलेजमेंव्यायामशिक्षिकाकेपदपरकार्यरतहैं।20अगस्त1961मेंडोभालवालादेहरादूनमेंजन्मीरागिनीअपनीड्यूटीसेसमयनिकालकरजलसंरक्षणकेलिएकार्यकररहींहैं।इसकीशुरुआतउन्होंनेहरिपुरढकरानीमेंअपनेघरसेहीकी।उनकेपतिसूर्यप्रकाशबहुगुणालंबेसमयसेधानकीजैविकखेतीकररहेहैं।वहबतातीहैंकिकिसानपरिवारसेजुड़ीहोनेकेकारणवहपानीकामहत्वबखूबीजानतीहैं।
बरसातकापानीबेकारबहतेदेखकरीबतीनसालपहलेवर्ष2018मेंउन्होंनेअपनेहरिपुरढकरानीस्थितमकानकेऊपररेनवाटरहार्वेस्टिंगशेडबनवाया।बारिशकेपानीकीबूंद-बूंदकेसंरक्षणकोशेडसेपाइपकेजरिएपानीकोएकत्रितकरनेकेलिएअपनेखेतमेंबड़ातालाबबनवाया।जिसमेंबरसातकापानीजमाकियाजारहाहै।शिक्षिकारागिनीबतातीहैंकिहमेशापानीसेलबालबरहनेवालेतालाबकेकारणकिचनगार्डनमेंसब्जीउत्पादनकेलिएजरुरीअच्छीनमीबनीरहतीहै।
तालाबकापानीसाफरहे,उसमेंमछलीपालनभीकियाजारहाहै।तालाबमेंजमनेवालीकाईकोसालमेंएकबारसाफकरवाकरउसेजैविकखादकेरूपमेंइस्तेमालकियाजारहाहै। काईसेबनीजैविकखादकेकारणसब्जियोंकावास्तविकटेस्टमिलताहै।तालाबमेंजमापानीसेसालभरपेड़,पौधोंकोपानीमिलरहाहै।बरसातकेपानीकेसंरक्षणकेलिएबनाएगएतालाबकीवजहसेस्रोतरिचार्जहोनेसेआसपासकेहैंडपंपमेंभीपानीकीआपूर्तिबराबरबनीरहतीहै।
शिक्षिकारागिनीकहतींहैंकिजलसंरक्षणकीदिशामेंहरमहिलाकोकामकरनाचाहिए,जिससेआनेवालेसमयमेंपेयजलकीसमस्याकाभीसमाधानहोगा।वहबतातीहैंकिकॉलेजमेंड्यूटीकेबादजोभीसमयउन्हेंमिलताहैवहजलसंरक्षणकेबारेमेंहीसोचतीहैंऔरदूसरोंकोभीइसकेलिएप्रोत्साहितकरतीहैं।यदिमहिलामेंजज्बाहोतोवहड्यूटी,घरकीजिम्मेदारीनिभानेकेसाथहीजलसंरक्षणकीदिशामेंभीकामकरसकतीहैं।
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