रुड़की,रमनत्यागी।हरिद्वारसंसदीयसीटपरकिसानोंकासवालअहममुद्दारहेगा।गन्नाकिसानअभीतकभुगताननहींहोनेसेपरेशानहैंतोसरकारकेराहतभरेकदमउन्हेंनाकाफीलगरहेहैं।ऐसेमेंकिसानोंकीचालराजनीतिकदलोंकेगणितकोकाफीहदतकप्रभावितकरसकतीहैं।
राज्यगठनकेबादसेलेकरअबतकसरकारचाहेकिसीभीदलकीरहीहोपरकिसानोंकीसमस्याओंकास्थायीहलकोईभीदलनहींखोजपायाहै।मांगोंकोलेकरआमकिसाननिरंतरअंतरालपरआंदोलनकरतारहाहै,लेकिननेतृत्वकररहेचंदनेताओंकीराजनीतिकनिष्ठाकहींनकहींआंदोलनोंकोदिशाहीनकरतीरहीहै।किसानकिसीएकदलसेबंधेनहींहैपरउनकीताकतकाअहसासहरदलकोहै।
हरिद्वारसंसदीयसीटमेंखेती-किसानीसेजुड़ेलोगबड़ाप्रभावीफैक्टररहेहैं।धर्मऔरउद्योगकेसाथहीइससीटमेंकिसानोंकेमुद्देचुनावमेंप्रभावितकरनेकीस्थितिमेंहैं।किसानोंकेबीचआपसीखींचतानसेभीइन्कारनहींकियाजासकता,लेकिनजबबातसामूहिकहितकीहोतोसभीएकजुटदिखाईदेतेहैं।
हरिद्वारजिलेमें94हजारहेक्टेयरभूमिपरखेतीकीजातीहै।एकलाख31हजारसेअधिककिसानहैं।इसमेंसेएकलाखकिसानतोसीधेगन्नाउत्पादनसेजुड़ेहैं।जिलेमें54हजारहेक्टेयरभूमिपरकरीबचारकरोड़कुंतलगन्नापैदाकियाजाताहैऔरइसकीआपूर्तिइकबालपुर,लक्सर,लिब्बरहेड़ी,डोईवालाचीनीमिलोंकोहोतीहै।
गन्नापैदाकरचीनीमिलोंतकभेजनेकीबाततकतोसबठीकहै,लेकिनअसलीसमस्याकिसानोंकोसमयसेगन्नामूल्यकाभुगताननहींहोनेसेपैदाहोतीहै।चीनीमिलोंकेचक्करकाटकरकईबारकिसाननिराशवहताशहोजाताहै।सालोंतककिसानकाभुगतानचीनीमिलोंमेंरुकारहताहै।वर्तमानमेंस्थितियहहैकिचीनीमिलोंपरकिसानोंकापिछलेऔरमौजूदापेराईसत्रकासाढ़ेपांचसौकरोड़रुपयेकाबकायाहै।
गन्नामूल्यभुगतानकोलेकरकिसानसंगठनलगातारआवाजउठारहेहैं।जिलेमेंकरीबएकदर्जनकिसानसंगठनहैं।इसमेंभाकियूटिकैतगुट,भाकियूअबावत,किसानक्लब,भारतीयकिसानसंगम,उत्तराखंडकिसानमोर्चा,किसानएसोसिएशनआदिप्रमुखरूपसेशामिलहै।
जाहिरहैजितनेअधिकसंगठन,उतनीज्यादाउलझन।किसीविषयपरएकसंगठनराजीहैतोदूसराविरोधकरतानजरआताहै।ऐसेमेंआमकिसानयहतयनहींकरपाताहैकिआखिरउसकेलिएठीकक्याहै।सरकारकीमानेयाकिसानसंगठनोंकेसाथमुठ्ठीताने।
दरअसलकिसानोंकीसमस्याओंकाराजनीतिकरणहोनेसेव्यवहारिकपक्षहाशियेपरचलागयाऔरबयानोंकेचक्रव्यूहमेंआमकिसानफंसकररहगयाहै।यदिकिसानोंकीसियासीताकतदेखेंतोयहकिसीकागणितबनानेवबिगाडऩेमेंसक्षमहैं।ऐसेमेंसभीराजनीतिकदलोंकेलिएकिसानोंकीसमस्याएंलोकसभाचुनावमेंअहमहोंगी।
किसानोंकोसक्षमबनाएं,कर्जमाफीतात्कालिकविकल्प
राजनीतिकदलोंकोचुनावकेसमयकिसानोंकीखूबयादआतीहैऔरतात्कालिकचुनावीलाभकेलिएकिसानोंकेकर्जमाफीकावादाकियाजाताहै।किसानोंकामाननाहैकिकर्जमाफीफौरीविकल्पहैऔरयहकिसानोंकीसमस्याओंकास्थायीसमाधाननहींहोसकताहै।सरकारकोकिसानोंकोआर्थिकतौरपरसक्षमबनानेकेलिएदीर्घकालिकयोजनाएंलागूकरनीचाहिए।केंद्रसरकारकीहालहीमेंशुरूकीगाईयोजनाकाभविष्यमेंविस्तारहोनाचाहिए।
नौविधानसभाक्षेत्रमेंकिसानोंकाकाफीप्रभाव
हरिद्वारसंसदीयक्षेत्रकीनौविधानभाओंमेंकिसानोंकाखासाप्रभावहै,जिसमेंभगवानपुर,झबरेड़ा,कलियर,मंगलौर,खानपुर,लक्सर,हरिद्वारग्रामीण,ज्वालापुरवडोईवालाविधानसभाक्षेत्रशामिलहैं।
किसानोंकेप्रमुखमुद्दे
-किसानोंकोसिंचाईकेलिएनहरकापानीमुफ्त,ट््यूबवेलपरबिजलीमुफ्तमिले।
-कृषिउपकरणों,खाद,कीटनाशक परसीधेपचासफीसदअनुदानमिले।
-कृषिऋणपरकिसीतरहकाब्याजनहींलियाजाए।
-गन्नेकीट्रालीमिलमेंतौलेजानेकेसाथहीउसकाभुगतानकिसानकेखातेमेंपहुंचे।
-मंडीमेंकिसानोंकीउपजकासहीदामदियाजाए।
-बुजुर्गकिसानोंकोसरकारपांचहजाररुपयेप्रतिमाहपेंशनदें।
-किसानोंकोउन्नतखेतीकेलिएनिशुल्कगांवमेंहीप्रशिक्षणमिले।
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