नईदिल्लीउपराष्ट्रपतिएमवेंकैयानायडूनेमंगलवारकोकहाकि‘नकारात्मकताकतों’काउभारदेशकीप्रगतिकोधीमाकररहाहैऔरइसबातपरजोरदियाकिभारतआतंकवाद,उग्रवादतथाघृणाफैलानेवालीबयानबाजीसेउत्पन्नचुनौतीकोनजरअंदाजनहींकरसकताहै।‘भारतकेराष्ट्रीयमूलमूल्य,रुचियांऔरउद्देश्य’विषयपरराष्ट्रीयरक्षाकॉलेज(एनडीसी)के61वेंपाठ्यक्रमकेप्रतिभागियोंकोसंबोधितकरतेहुएउपराष्ट्रपतिनेकहाकिशांतिपूर्णसह-अस्तित्व,वैश्विकविकासऔरपर्यावरणसंरक्षणभारतकेमूल्योंकेप्रमुखतत्वहैं।विशाखापत्तनमसेडिजिटलतरीकेसेसंबोधनमेंउपराष्ट्रपतिनेकहाकिभारतकेहितऔरउद्देश्यपिछलीकईशताब्दियोंमेंप्रतिपादितऔरप्रचलितइसकीसार्वभौमिकदृष्टिसेनिर्देशितहैं।उपराष्ट्रपतिसचिवालयद्वाराजारीबयानकेअनुसारनायडूनेकहाकिसमयकेसाथनष्टहोगईंअन्यपुरानीसभ्यताओंकेविपरीतभारतीयसभ्यताअपनेमूल्यों,संस्कृति,विरासतऔरपरंपराओंकेकारणविदेशीआक्रमणोंसेबचीरही।उन्होंनेकहाकिभारतीय‘वसुधैवकुटुम्बकम’कीभावनामेंविश्वासकरतेहैं,जिसकाअर्थहै‘पूरीदुनियाएकपरिवारहै’औरहमेशासार्वभौमिकभाईचारेकाप्रचारकियाहैतथादूसरोंकेसाथशांतिपूर्णसह-अस्तित्वकीपैरवीकीहै।राष्ट्रकीप्रगतिकोबाधितकरनेवालीनकारात्मकशक्तियोंकेउभारकीओरइशाराकरतेहुएउपराष्ट्रपतिनेकहा,‘‘हमेंइनविनाशकारीताकतोंकोहरानेकेलिएअपनेबचावकोतैयारकरनाहोगा।हमआतंकवाद,उग्रवादऔरअस्थिरकरनेवालीनफरतपूर्णबयानबाजीकेखतरेकोनजरअंदाजनहींकरसकतेहैं।’’नायडूनेकहाकिआत्मनिर्भरताकेमंत्रसेप्रेरितभारतएकवैश्विकशक्तिकेरूपमेंउभररहाहैऔरमित्रराष्ट्रोंकीमददकररहाहै।भारतनेकोविड-19महामारीजैसेसंकट,प्राकृतिकआपदाओंकेदौरानसहायताप्रदानकीहै।यहउल्लेखकरतेहुएकिभारतअत्याधुनिकअंतरिक्षप्रक्षेपणयान,मिसाइल,विमानऔरअन्यरक्षाउपकरणोंकानिर्माणकररहाहै,उपराष्ट्रपतिनेकहाकिभारतमेंरक्षाउपकरणोंकाभीअग्रणीनिर्माताबननेकीक्षमताहै।