कटिहार।कलकेसमृद्धकिसानआजकंगालहोचुकेहैं।जिनखेतोंकीफसलसेउनकीजीविकाचलरहीथी,आजउनखेतोंमेंरेतकीदोसेतीनफीटमोटीपरतबिछीहुईहै।ऐसेकिसानोंकीतादादसैकड़ोंमेंपहुंचचुकीहै।सिलसिलाथमनेकानामभीनहींलेरहाहै।हरबाढ़केबादयहदायराबढ़ताहीजारहाहै।व्यवस्थाभीउनकीसुधिलेनेकोतैयारनहींहै।आंखोंसेबहतेआंसूपोछनेकोजनप्रतिनिधिभीतैयारनहींहै।पूरेक्षेत्रमेंमहानंदानदीकीधाराकेसमानकिसानोंकेआंसूओंकीधाराभीबहरहीहै।
बतादेंकिप्रखंडमेंप्रतिवर्षआनेवालीबाढ़कीवजहसेसैकड़ोंएकड़उपजाऊभूमिबंजरहोचुकाहै।बाढ़केपानीकेसाथखेतोंमेंफैलनेवालीरेतकीवजहसेफिलहालइनखेतोंमेंकोईफसलनहींहोपारहीहै।सन2016सेलगातारप्रतिवर्षआनेवालीबाढ़नेकिसानोंकीकमरतोड़दीहै।खासकरकदवापंचायतकेकिसानोंकीस्थितिदयनीयहोगईहै।शिवगंजकेपासतटबंधकेखुलारहनेकीवजहसेराजघाट,कदवा,बढि़यापरती,शिवगंज,नूनगरा,शोशा,कचौराआदिगांवोंमेंसैकड़ोंएकड़खेतमेंदोसेतीनफीटबालूकीपरतबिछीहुईहै।साथहीशिवगंजतटबंधकेबाहरपानीकेवेगमेंनईनदीकीधारानिकलगईहै।कदवाकेदर्जनोंकिसानोंकाखेतमेंनदीकाबहावहोरहाहै,तोदर्जनोंकिसानोंकेखेतमेंबालूकाटीलाबनगयाहै।लगातारआरहीबाढ़सेकदवाशिवगंज,शोशाआदिजगहोंपरखेतोंमेंकुंडबनगयाहै।बतादेंकिकदवाकेसाथजिलेवासियोंने1987मेंपहलीबारतटबंधटूटनेपरबाढ़कीविनाशलीलादेखीथी।उसवर्षकदवा,कुरसैलपंचायतकेहजारोंएकड़भूमिमेंबालूभरगयाथा।आजभीचारदशकोंकीनिशानीकायमहै।इनवर्षोंमेंकईकिसानोंनेबालूहटाकरभूमिकोकृषियोग्यबनायाथा।पुन:2016मेंतटबंधकटनेकेबादप्रतिवर्षआनेवालीबाढ़उपजाऊभूमिकोमरुथलबनादीहै।प्रतिवर्षबालूफैलनेकादायराबढ़ताजारहाहै।इसकेसाथहीसोनाउगलनेवालीजमीनबंजरहोतीजारहीहै।पहलेउक्तखेतोंमेंमक्का,गेहूं,पटसनसहितअन्यप्रकारकीफसलउपजाकरकिसानअपनेपरिवारकाभरणपोषणकरतेथे,लेकिनप्रतिवर्षउपजाऊभूमिकेसमाप्तहोनेपरकिसानखूनकेआंसूरोनेकोविवशहैं।उक्तक्षेत्रकेकिसानोंकीखेतीबाड़ीचौपटहोनेपरभुखमरीकीस्थितिउत्पन्नहोगईहै।किसानमजदूरीकेलिएदूसरेप्रदेशोंमेंपलायनकररहेहैं।उपजाऊभूमिपरबनेकुंडकोभरनाएवंबालूहटानाकिसानोंकेबसकीबातनहींहै।
किसानोंकाछलकादर्द,व्यवस्थासेभीनाराजगी
पीड़ितकिसानकृत्यानंदविस्वास,रामेश्वरविस्वास,सुरेनयादव,ललितरजक,जुगेशशर्मा,रेनूदेवी,मोतीकेवटसहितकईलोगोंनेबतायाकिखेतमेंरेतफैलनेकेबादसरकारीस्तरपरनातोउनकीसुधलीगईऔरनाहींकोईमुआवजाअबतकदियागयाहै।स्थितियहहैकिएकएकड़मेंफैलीरेतकोहटानेमेंऔसतनएकलाखसेज्यादाकाखर्चहै।ऐसेमेंअबउनरेतोंकोहटानाउनलोगोंकेवशमेंनहींहै।कचौरानिवासीकिसानश्रीरामसाहनेबतायाकिवर्षोंसेउनकीआठसेदसएकड़भूमिमेंबालूफैलाहुआहै।पहलेउक्तभूमिमेंहरतरहकीफसलहोतीथी,लेकिनअबखेतपूरीतरहबंजरहोचुकाहै।कदवानिवासीकिसानहरदेवशर्मानेबतायाकिउसकेजमीनपरनदीकीधाराबहरहीहै।इसीपरखेतीकरआजीविकाचलातेथे,अबखानेकेअनाजकेलालेपड़गएहैं।कदवाकेहींनित्यानंदशर्मानेकहाकिपानीकेतीव्रवेगमेंजमीनकटनेकेसाथखेतोंमेंबालूभरगयाहै।साथहींकईवृक्षकटकरनईनदीकीबनीधारामेंसमाचुकाहै।नतोप्रशासनउनकीसुनरहाहैऔरनहीसांसदवविधायककोउनकीपीड़ासेकुछलेनादेनाहै।
क्याकहतेहैंकृषिपदाधिकारी:
प्रखंडकृषिपदाधिकारीआशुतोषकुमारनेबतायाकिखेतोंसेबालूहटानेएवंमुआवजादेनेकोलेकरकोईनिर्देशनहींआयाहै।किसानोंकीपीड़ासेविभागकोअवगतकरायाजाएगा।विभागीयनिर्देशकेबादहीइसमामलेमेंकोईपहलहोसकतीहै।
क्याकहतेहैंविधायक
स्थानीयविधायकडाशकीलअहमदखाननेबतायाकीजिनकिसानोंकेखेतोंमेंबालूभराहैयाकुंडबनाहैउन्हेंनिश्चितरुपसेमुआवजामिलनीचाहिए।वेइसमुद्देकोविधानसभामेंजोरदारढंगसेउठाएंगे।किसानोंकेहितकेलिएउनकेस्तरसेहरआवश्यकपहलकीजाएगी।