संवादसूत्र,फतेहपुरचौरासी:रबीफसलमेंइसबारबोईगईअगेतीआलूकीफसलबारिशकेकारणबेकारहोगईहै।इससेअबकिसानएकबारफिरसेखेतमेंआलूबीजगाड़नेमेंजुटाहैं।ऐसेमेंउनकीमेहनतकेसाथलागतभीबढ़गईहै,लेकिनमजबूरीमेंकिसानोंकोसीजनपरफसलतैयारकरनेकेलिएपसीनाबहानापड़रहाहै।
इसबारप्रकृतिनेबिनमौसमबारिशकरकेकिसानोंपरकहरबरपादियाहै।धानकेसाथसाथआलूकीफसलतैयारकररहेकिसानकोभारीनुकसानकासामनाकरनापड़रहाहै।खेतमेंपानीभरजानेकेकारणआलूबीजतैयारहोनेसेपहलेहीसड़नेलगा।फसलपरसंकटमंडरातेदेखकिसानोंनेपुन:आलूकाबीजलाकरआलूबोईजारहीहै।दोहरीलागतलगनेसेदिक्कतेंहोरहीहैं।उन्हेंचिताहैकिआगेकीफसलकाक्याहोगा।पहलेचरणमेंकरीब18से20हजाररुपयेकीगलतलगीथी।अबजबपुन:आलूकीबोआईकीजारहीहै,जिसमें10से11हजारकीलागतफिरलगरहीहै।
आलूबुआईपरएकनजर
एकबीघामेंपहलेबोईगईआलूपरलागत
डीएपी3बोरी(3600रुपये)
यूरिया1बोरी(300रुपये)
पोटाश1बोरी(1000रुपये)
बीजशोधन300रुपये
दोबाराबोईजारहीआलूपरलागत