दर्शनसिंह,फिरोजपुर:परालीजलानेसेपर्यावरणवजमीनकोहोनेवालेनुकसानकेमुद्देकोलेकर'दैनिकजागरण'बीतेसालोंसेकिसानोंकोजागरूककरनेकाप्रयासकररहाहै।येप्रयासकारगरसाबितहोरहाहै।इसीप्रयासकीसराहनाब्लॉकजीराकेगांवबूलेकेकिसानगुरसाहिबसिंहनेकीहै,जोपांचसालसेपरालीजलानेकीबजायउसेखेतोंमेंमिलाकरपैसावसमयबचारहेहैं।38वर्षीययहयुवाकिसानजयजवानजयकिसानसंस्थाकेसाथभीजुड़ाहै।संस्थाकीतरफसेबनाएकिसानोंकेग्रुपोंमेंपंजाबहीनहींबल्किहरियाणा,यूपीऔरबिहारकेअलावाअन्यप्रांतोंकेकिसानोंकीजुड़ेहुएहैं।वेभीपरालीकासहीतरीकेसेप्रबंधनकरपैसावसमयकीबचतकररहेहैं।
12वींपासयुवाकिसानगुरसाहिबकाकहनाहैकिउसकेपास15एकड़सेज्यादाजमीनगांवबूलेमेंहै।इतनेमेंहरेचारेकीबिजाईकेअलावावहबाकीजमीनपरधानवगेंहूकीफसलकीबिजाईकरताआरहाहै।14सालसेखेतीकेसाथजुड़ेहोनेकेकारणउनकापरिवारपहलेधानकीपरालीवगेंहूकीनाड़कोजलाताआरहाथा,लेकिनबीतेपांचसालसेवहपरालजलानेकीप्रक्रियासेमुक्तहोचुकाहैऔरजागरूकहोनेकेबादपरालीकाप्रबंधनसहीतरीकेसेकरतेहुएउसेकृषिउपकरणोंकीमददसेखेतोंमेंमिलारहाहै।
एकएकड़मेंलगतेथेपांचबैग,अबदोबैगयूरियाखादडालरहा
गुरसाहिबनेबतायाकिजबसेउसनेपरालीवनाड़कोजलानाबंदकरउसेखेतोंमेंमिलानाशुरूकियाजबसेउनकाबिजाईपरहोनेवालाखर्चभीकाफीकमहोचुकाहै।पांचबोरीकीबजाएदोबोरीहीयूरियाखादकीइस्तेमालकररहाहै।कीटनाष्कदवाईयोंकाप्रयोगभीकाफीकमहोचुकाहै।पैसावपैदावारदोनोंमेंबढ़ोतरीहोरहीहैऔरखेतोंकेउपजाऊकीटमित्रभीनष्टहोनेसेबचतेआरहेहैं।
छहबारमिलचुकाहैसम्मान,अन्यकिसानोंकेलिएबनाप्रेरणा
युवाकिसानकाकहनाहैकिउसेपरालीनजलानेवउसकासहीतरीकेसेप्रबंधनकरनेकेएवजमेंछहबारसम्मानमिलचुकाहै।वहअपनेगांवकेसाथ-साथदूसरेगांवोंकेकिसानोंकोभीपरालीवनाड़सेसहीप्रबंधनकोलेकरजागरूककररहेहैंइसकाममेंउसकासहयोगजिलाकृषिअधिकारीकररहेहैं।
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