संवादसूत्र,पहाड़कट्टा(किशनगंज):पोठियाप्रखंडक्षेत्रअंतर्गतब्रिटिशजमानेकापहाड़कट्टाहाटकाअस्तित्वअबधीरे-धीरेमिटनेकेकगारपरहै।कभीपहाड़कट्टाहाटठाकुरगंजऔरपोठियाप्रखंडमेंकाफीप्रसिद्धथा।दूर-दूरसेकिसानेअपनेखेतकाउपजयानीधान,अदरक,दलहन,केलाआदिकोपहाड़कट्टाहाटमेंलाकरबेचतेथेऔरअपनेजरूरतकेमुताबिकसमानखरीदनेभीयहांपहुंचतेथे।यहबीतेजमानेकीबातहै।तबहाटकीप्रसिद्धिवरौनककुछऔरहीथा।लेकिनसमयकेसाथक्षेत्रकाविकासहोतागया।पगडंडीवकच्चीसड़केंपक्कीकरणमेंतब्दीलहुआ।परंतुपहाड़कट्टाहाटकोजोड़नेवालीसड़ककाआजतकपक्कीकरणनहींहोनेसका।नतीजतनअबलोगोंकाहाटसेमुंहभंगहोताजारहाहै।
हाटमेंलोगोंकाआनाजानाकमहोनेसेअबदुकानदारभीअन्यजगहरोजगारकेलिएपलायनकररहेहैं।हाटमेंवर्षोंसेचाय-नास्तेकीदुकानचलारहेपहाड़कट्टानिवासी70वर्षीयमाघूलालकहतेहैंकियहदूकानपहलेमेरेपिताजीकरतेथे।अबइसदुकानकोमैंचलारहाहूं।उन्होंनेकहाकिहमारेदादाकहाकरतेथेकिपहाड़कट्टाहाटब्रिटिशकालीनहाटहै।जबयहांहाटलगताथाउससमयदामलबाड़ीवछत्तरगाछमेंहाटनहींलगताथा।सप्ताहमेंदोदिनलगनेवालेहाटमेंबंगालकेइस्लामपुरतथाठाकुरगंजप्रखंडकेबरचौंदीखारूदहसेदुकानदारघोड़ेपरअपनासमानलादकरबेचनेकेलिएयहांलातेथे।उससमयपहाड़कट्टाहाटमेंमवेशियोंकाभीबाजारलगताथा।किसानअपनेखेतीसेउपजफसलधान,चावल,गेहूं,अदरक,केला,दलहनआदिसमानोंकोबिक्रीकेलिएलातेथे।लेकिनजिसप्रकारक्षेत्रकाविकासहुआसड़केंबनी।लेकिनउसतरहसेपहाड़कट्टाहाटकाविकासनहींहुआ।हाटकोजोड़नेवालीसड़ककापक्कीकरणनहींहुआ।बरसातकेदिनोंमेंहाटकागड्ढेनुमापगडंडीकच्चीपहुंचसड़कपूरीतरहकीचड़युक्तहोजाताहै।जिसकारणलोगपहाड़कट्टाहाटआनाबिल्कुलपसंदनहींकरतेहैं।लोगअपनेसुविधाअनुसारअन्यजगहखरीददारीकरतेहैं।जिसकापरिणामहैकिक्षेत्रकासबसेपुरानाहाटकाअबधीरे-धीरेअस्तित्वमिटताजारहाहै।स्थानीयग्रामीणबदरूलआलम,मु.मुख्तार,सफीकआलम,सोलेमान,विकास,मु.बारिकआदिबतातेहैंकिहाटकोजोड़नेवालीपगडंडीकच्चीसड़ककापक्कीकरणकार्यकोलेकरतत्कालीनविधायकववर्तमानसांसदसेकईदफागुहारलगाईगई।लेकिनआजतकइसदिशामेंकोईभीसकारात्मकताप्रयासकरतेनहींदेखाजारहाहै।जबकिपहाड़कट्टाहाटमेंपंचायतसरकारभवन,उपस्वास्थ्यकेंद्रमनरेगाभवन,समुदायिकभवनकानिर्माणकियागयाहै।लेकिनविडंबनाहीकहाजाएकिपंचायतकेलोगोंकोहाटतकपहुंचनेकेलिएआजादीके73सालबादभीएकअददपक्कीसड़कनसीबनहींहोपायाहै।यदिहाटकोजोड़नेवालीलगभगएककिमीसड़ककीपक्कीकरणकार्यहोजाएतोदोबाराइसहाटकापुरानादिनवापयआसकताहै।