उमाशंकरसिंहचौहान,(सरवनखेड़ा)कानपुरदेहात
खेतीकोअन्नामवेशियोंसेबचानेकेलिएजिम्मेदारोंकीचौखटपरगुहारलगानेवालेकिसानोंकोकहींसेराहतनहींमिली।थकहारकरउन्होंनेखुदपहलकीऔरचंदाएकत्रितकरअस्थाईगोशालाबनादी।वर्तमानमेंयहां24अन्नामवेशीबंदहैं।ग्रामीणखुदहीइनकेचारा-पानीकाइंतजामकररहेहैं।
सरवनखेड़ाक्षेत्रकेजिठरौलीगांवकेकिसानअन्नामवेशियोंसेपरेशानथे।आएदिनमवेशीफसलचटकरदेतेथे।इससेकिसानोंकोआर्थिकनुकसानउठानापड़रहाथा।समस्यासेनिजातकेलिएकिसानजनप्रतिनिधियोंकेसाथहीअधिकारियोंसेभीमिले,लेकिनकहींसुनवाईनहींहुई।ऐसेमेंगांवकेरामसिंह,कप्तानसिंह,विजयशंकरवगुड्डूनेखुदहीकुछकरनेकीठानी।अन्यकिसानोंसेबातचीतकीऔरचंदाकरतकरीबन20हजाररुपयेजोड़े।इससेबल्लीऔरतारकीव्यवस्थाकीऔरग्रामसमाजकीजमीनपरतारबंदीकरअस्थाईगोशालाबनादी।यहांएकतालाबनुमागड्ढाभीहै।इसेनलकूपसेभरवादियागयाहै।इसकेबादक्षेत्रकेअन्नामवेशियोंकोअस्थाईगोशालामेंबंदकरदिया।इन्हेंचारादेनेकेलिएप्रतिदिनचारकिसानोंकीड्यूटीलगाईजातीहै।किसानोंकाकहनाहैकिफसलकीकटाईहोनेतकमवेशीगोशालामेंबंदरहेंगे।उन्होंनेप्रशासनसेभीगुहारलगाईहैकिइनमवेशियोंकोगोशालामेंभिजवायाजाएताकिलोगोंकोराहतमिलसके।
किसानोंकीपहलसराहनीयहै,शासनस्तरसेजोभीमददसंभवहोगीवहकीजाएगी।
आनंदकुमारसिंह,एसडीएमसदर