नईदिल्ली,ऑनलाइनडेस्क।।135करोड़देशवासियोंकोवैक्सीनशनऔरस्वास्थ्यसुविधाएंदेनेमेंदेशकेसामनेडॉक्टर्ससहायकचिकित्साकर्मियोंऔरनर्सेजकीभारीकमीहै।सरकारसेलेकरसिस्टमतकलगातारकोरोनाकेइसआपदाकालमेंडॉक्टर्सकीकमीसेजूझरहेहै।अच्छीबातयहहैकिदेशमेइसवक्त30000सेज्यादाफॉरेनमेडिकलग्रेजुएट्सहैंजोदेशकीसेवाकरनाचाहतेहैंऔरआपदाकीइसघड़ीमेंडॉक्टर्सऔरमेडिकलस्टाफकीकमीकेकारणभारतमेकिसीभीनागरिककीजाननहींजायइसेसुनिश्चितकरनाचाहतेहै।दरअसलयेबहसतबतेजहुईहैजबनेशनलमेडिकलकमीशनकीएकड्रॉफ्टकोलेकर।जिसड्रॉफ्टमेंकहागयाहैकिविदेशसेमेडिकलकीशिक्षालेकरआनेवालेफॉरेनमेडिकलग्रेजुएट्सदेशमेंतभीप्रैक्टिसयासेवादेसकतेहैंजबवेफॉरेनमेडिकलग्रेजुएट्सएक्जामपासकरलें।
हालांकिदेशभरकेबुद्धिजीवीइसविषयपरअपनी-अपनीरायरखरहेहैं।इसीकड़ीमेंरूसएजुकेशनकेवाईसचेयरमैनऔरसेवानिवृत्तएयरमार्शलडॉक्टरपवनकपूरकाकहनाहैकिदेशमेंफिलहालस्वास्थ्यसेवाओंकीदुरुस्तकरनेजरूरतहैजिसेदेखतेहुएडॉक्टर्स,नर्सेजऔरसहायकस्वास्थ्यकर्मियोंकोमौकादेनाचाहिए।पूर्वएयरमार्शलडॉपवनकपूरनेकहाकिइंजेक्शन,दवाई,स्वास्थ्यउपकरणऔरहॉस्पिटलबेडसमेतअस्पतालोंकीसंख्यातोबढ़ाईजासकतीहैजिसकोलेकरसरकारगंभीरभीहैलेकिनजरूरतकेहिसाबसेडॉक्टर्सकीजरूरतोंकोपूराकरनाआसाननहींहोगा।लिहाजासरकारकोचाहिएकिफिलहालफॉरेनमेडिकलग्रेजुएट्सऔरनर्सेजकीसेवाएंलीजायताकिदेशवासियोंकीजानबचाईजासके।
एकअनुमानकेमुताबिकइससमयदेशमें25000युवाडॉक्टर्सहैजोअपनीपढ़ाईपूरीकरचुकेहै।1.3लाखडॉक्टर्सहैंजोनीटपीजीकीतैयारीकररहेहैं।30000सेज्यादाफॉरेनमेडिकलग्रेजुएट्सहैंजोएमबीबीएसकीपढ़ाईपूरीकरएंट्रेन्सएग्जामकीतैयारीकररहेहैंऔर2.2लाखसेज्यादानर्सेजहैंजोयोग्यहैंऔरदेशकीसेवाकरनेमेंसक्षमहैं।हालांकिसरकारऔरसिस्टमइसवक्तसबसेज्यादापब्लिकहेल्थकेअरपरफोकसकररहीहैऔरयेसुनिश्चितकररहीहैकिकैसेदेशमेउपलब्धसंसाधनोंकाबेहतरइस्तेमालकरतेहुएमेडिकलक्षेत्रकेसभीदक्षलोगोंकीसेवाएंलीजायऔरप्रत्येकनागरिककोस्वास्थ्यलाभदीजासके।वैक्सीनकेलिएगाइडलाइंसयेहैकिकोविडसेठीकहोनेके2हफ्तेकेबादवैक्सीनलेसकतेहैं।दूसराडोजलेनाभीजरूरीहै।थोड़ावक्तआगेपीछेहोजाताहैतोभीकोईपरेशानीकीबातनहींहै।