रतनचंदेल,रोहतक:इसगांवमेंकिसानधानकीतोखूबपैदावारतोकरतेहैंलेकिनपरालीनहींजलाते।गांवकेकिसानपरालीप्रबंधनसेअवगतहैऔरवोपरालीकीबिक्रीकरतेहैं।याफिरगोशालामेंभेजदेतेहैंजहांगायोंकोचारामिलजाताहै।परालीकेइसप्रबंधनमेंगांवकीपंचायतकिसानोंकीभरपूरमददकरतीहै।ट्रैक्टरट्रॉलीसेलेकरमजदूरतकभीउपलब्धकरातीहै।यहसबरोहतककेगांवमायनामेंपिछलेदोसालसेहोरहाहै।ऐसाकरकेयहांकाकिसानपर्यावरणसंरक्षणकीमिसालपेशकररहेहैं।ग्रामीणोंकाकहनाहैकिग्रामपंचायतनेपिछलेसालहीपरालीनजलानेकोलेकरप्रस्तावपासकियाथा।जिससेसभीग्रामीणसहमतहोगएथे।परालीप्रबंधनमेंगांवकेकिसानोंकीयहजागरुकताअन्यगांवोंकेकिसानोंकेलिएभीनजीरबनरहीहै।गांवमेंदसएकड़मेंधानकीफसललगाईहै।जिसकीकटाईनजदीकहै।पिछलेसालभीकिसानोंनेगांवमेंपरालीनजलाकरगोशालामेंभेजदीथी।इससालभीगांवमेंपरालीनजलानेकेप्रतिकिसानोंकोजागरूककियाजारहाहै।
-आशीषपंघाल,किसान,गांवमायना।गांवमेंधानकीअच्छीफसलहुईहै।पिछलीबारपरालीकोगांवकेस्टेडियमपरिसरमेंएकत्रितकरदियागयाथा।जहांसेउसेगौशालावदिल्लीकेपशुपालकोंकोदेदियागयाथा।पर्यावरणसंरक्षणकेलिएकिसानजागरूकहोरहेहैं।
-विक्रमकिसान,गांवमायना।मित्रकीटहोतेहैंखत्म:
गांवकेकिसानोंकाकहनाहैकिपरालीकोखेतमेंजलानेसेमिट्टीमेंमौजूदरहनेवालेनन्हेंमित्रकीटखत्महोजातेहैं।इससेमिट्टीकीउपजाऊशक्तिभीकमहोतीहैऔरपर्यावरणप्रदूषणभीहोताहै।किसानोंकोइसकीजानकारीहोनेकेबादउन्होंनेपरालीजलानेकीबजाएउसकोगोशालामेंभेजनासहीसमझा।इसकेबादपरालीजलाईभीनहींजातीऔरगोसेवाभीहोरहीहै।किसानोंकोहोगामुनाफा:
गांवमेंपरालीकोएकत्रितकरनेकेबादअगरउसकीबिक्रीहोतोकिसानोंकोखूबमुनाफाहोसकताहै।किसानोंकाकहनाहैकिपरालीकीबिक्रीसेएकतोपर्यावरणसंरक्षणमेंमददमिलेगी,दूसराइससेउनकोमुनाफाभीमिलेगापंचायतकीओरसेपिछलेसालहीगांवमेंपरालीनहींजलानेकेलिएप्रस्तावपासकियागयाथा।गांवमेंपंचायतकरइसप्रस्तावसेसभीकोअवगतकरायागयाथा।किसानोंनेभीपंचायतकेइसफैसलेमेंपूरासाथदियाऔरपरालीनहींजलाई।इसबारभीगांवमेंपरालीनहींजलाईजाएगी।
-दिनेश,सरपंचमोनिकादेवीकेपति।