नयीदिल्ली,नौजनवरी(भाषा)कांग्रेसनेशनिवारकोनिर्णयकियाकिवहतीनोंकेंद्रीयकृषिकानूनोंकोनिरस्तकरनेकीमांगपरबलदेनेकेलिएआगामी15जनवरीकोसभीराज्योंमें‘किसानअधिकारदिवस’मनाएगीऔरउसकेनेताएवंकार्यकर्ताराजभवनोंतकमार्चकरेंगे।पार्टीकेमुख्यप्रवक्तारणदीपसुरजेवालानेबतायाकिकांग्रेसकेसंगठनमहासचिवकेसीवेणुगोपालकेनेतृत्वमेंसभीमहासचिवोंएवंप्रभारियोंकीबैठकहुईजिसमेंयहफैसलाकियागयाकिपार्टीदेशकेकिसानोंकेसाथकांग्रेसमजबूतीसेखड़ीरहेगी।उल्लेखनीयहैकिकांग्रेसराज्यमुख्यालयोंपरयहविरोधप्रदर्शनउसीदिनकरनेजारहीहैजिसदिनकिसानसंगठनोंऔरसरकारकेबीचअगलेदौरेकीबातचीतप्रस्तावितहै।अबतकहुईनौदौरकीबातचीतबेनतीजारहीहै।सुरजेवालानेसंवाददाताओंसेकहा,‘‘कांग्रेसअध्यक्षसोनियागांधीनेनिर्णयकियाहैकिकिसानोंकेसमर्थनमेंहरप्रांतीयमुख्यालयपरकांग्रेसपार्टी15जनवरीको‘किसानअधिकारदिवस’केरूपमेंएकजनआंदोलनकरेगी।रैलीऔरधरनेकेबादहमारेनेताऔरकार्यकर्ताराजभवनतकजाकरसरकारकोतीनोंकालेकानूनखत्मकरनेकेलिएगुहारलगाएंगे।’’उन्होंनेकहा,‘‘समयआगयाहैकिमोदीसरकारदेशकेअन्नदाताकीचेतावनीकोसमझेक्योंकिअबदेशकाकिसानकालेकानूनखत्मकरवानेकेलिए‘करोयामरो’कीराहपरचलपड़ाहै।’’सुरजेवालानेदावाकिया,‘‘मोदीसरकारदेशकेकिसानोंको‘थकानेऔरझुकाने’कीसाजिशकररहीहै।कालेकानूनखत्मकरनेकीबजाय,40दिनसे‘मीटिंग-मीटिंग’खेलरहीहैतथाकिसानोंको‘तारीखपरतारीख’देरहीहै।73सालकेदेशकेइतिहासमेंऐसीनिर्दयीवनिष्ठुरसरकारकभीनहींबनी,जिसनेईस्टइंडियाकंपनीवअंग्रेजोंकोभीपीछेछोड़दियाहै।’’उन्होंनेकहा,‘‘40दिनसेअधिकसेलाखोंअन्नदातादिल्लीकीसीमाओंपरकालेकानूनखत्मकरनेकीगुहारलगारहेहैं।60सेअधिककिसानोंनेदमतोड़दिया।दुर्भाग्यपूर्णहैकिप्रधानमंत्रीनरेंद्रमोदीकेमुंहसेआजतककिसानोंकेप्रतिसांत्वनाकाएकशब्दनहींनिकला।’’कांग्रेसमहासचिवनेआरोपलगाया,‘‘प्रधानमंत्रीनरेंद्रमोदीवउनकीसरकार60किसानोंकीकुर्बानीकेलिएजिम्मेदारहै।’’उन्होंनेकहा,‘‘येलड़ाईकिसानोंकीआजीविका’और‘सरकारकीअवसरवादिता’कीहै,येलड़ाई‘किसानोंकीखुद्दारी’और‘सरकारकीखुदगर्जी’केबीचहै।येलड़ाई‘किसानोंकीबेबसी’और‘सरकारकीबर्बरता’कीहै।येलड़ाई‘दीया’और‘तूफ़ान’कीहै।’’सुरजेवालानेकहा,‘‘यहपहलीसरकारहै,जोअपनीजिम्मेदारीसेपीछाछुड़ादेशकेअन्नदाताओंकोकहरहीहैकि‘सुप्रीमकोर्टचलेजाओ’।सरकारकोजनतानेचुनाहै।फिरउसीजनताऔरअन्नदाताकोसरकारकहींऔरक्योंभेजनाचाहतीहै?’’उन्होंनेदावाकिया,‘‘येतीनोंविवादास्पदकृषिकानूनउच्चतमन्यायालयनेनहींबनाएहैं।संसदमेंप्रजातंत्रकाचीरहरणकरकेमोदीसरकारनेबनाएहैं।’’कांग्रेसनेतानेसवालकियाकिफिरसरकारअपनीजिम्मेदारीअदालतकीतरफक्योंटालकररहीहैऔरनीतिगतफ़ैसलेलेनेकेलिएकौनजवाबदेहहै?उन्होंनेकहाकितीनोंकानूनोंकोनिरस्तकरनेकेअलावाकोईदूसरासमाधाननहींहोसकता।