संवादसूत्र,बनियापुर:किसानोंकेप्रशिक्षणसेपहलेहीगेहूंकीबुआईहोगई।प्रखंडकेमानोपालीपंचायतमेंगतनवंबरमहीनेमेंमिट्टीजांचकरकिसानोंस्वायलहेल्थकार्डदेनेकाअभियानशुरूहुआथा।लेकिनउन्हेंहेल्थकार्डऔरप्रशिक्षणमिलनेसेपहलेहीकिसानोंकोगेहूंकीबुआईकरनापड़ा।नतीजायहहैकिप्रशिक्षणकेअभावमेंकिसानअपनीखेतोंमेंजैविकखादकेबदलेरसायनिकखादकाप्रयोगकररहेहैं।
राज्यसरकारनेवर्ष2015सेस्वायलहेल्थकार्डकेलिएपायलटप्रोजेक्टकेतहतमानोपालीपंचायतकोचयनितकियाथा।यहांगेहूंबुआईसेपहलेमिट्टीकीजांचतोकीगई,लेकिनमिट्टीनमूनारिपोर्टकिसानोंकोगेहूंबुआईकेबादमिला।किसानोंकोअभीतकतीनचरणोंमेंप्रशिक्षणभीदियागयाहै।जिसमेंअच्छीउपजऔरतकनीकीखेतीकीजानकारीकेसाथजैविकखेतीकरनेकीसलाहदीगई।लेकिनजबतककिसानोंकास्वायलहेल्थकार्डऔरप्रशिक्षणमिलपातातबतकगेहूंकीबुआईहोचुकीथी।बतायागयाहैकिअबइसयोजनामेंप्रखंडकेपांचपंचायतोंकेएक-एकगांवकाचयनकियागयाहै।चयनितगांवोंमेंभुसांवपंचायतकेहंसराजपुरकाला,बेदौलीकेभगवानपुर,सहाजितपुरकेकोल्हुआ,सतुआंकेचांदपुरतथारामधनावकेदेवलखाभिठ्ठीगांवकोचयनितकियागयाहै।हालांकिइनगांवोंमेंयोजनाचालूनहींहुआहै,लेकिनकिसानोंकेबीचइसकीजागरूकताकार्यजारीहै।
किसानअजीतसिंह,मुकेशकुमार,नितेशसिंह,किरणदेवीआदिनेकहाकिमिट्टीजांचतोपहलेहीहुआलेकिनहेल्थकार्डपिछलेमाहदियागयाहै।यहांकालीखादकेसाथगेहूंकीबुआईकीगईहै।कुछकिसानोंनेअच्छीउपजकेलिएरसायनिकखादकाभीप्रयोगकियाहै।जबतकमिट्टीकारिपोर्टआयातबतकगेहूंकीबुआईहोचुकीथी।यहां166किसानोंकेमिट्टीजांचमेंगईथी।जिसमें162किसानोंकोस्वायलहैल्थकार्डबनाहै।शेष4किसानोंकोयहनहींमिलसकाहै।क्याकहतेहैअधिकारी-
प्रखंडमेंमानोपालीपंचायतकाचयनकियागयाथा।यहांअबतकतीनकैंपमेंकिसानोंकोप्रशिक्षणदियागयाहै।जिसकेबादकुछकिसानजैविकखादसेगेहूंकीबुआईकिएहैं।आगेपांचगांवकोचयनितकियागयाहै।इनगांवोंमेंभीकैंपलगाकरजैविकखेतीऔरसरकारीलाभकीजानकारीदीजाएगी।
-रामप्रसादसिंह,बीएओबनियापुर
किसानोंकीसुनें
रामपरुशर्माकहतेहैकियहयोजनापंचायतकेकुछहीहिस्सामेंचलायागयाहै।पंचायतकेअधिकांशकिसानइसयोजनासेवंचितरहगएहै।
विजयभगतबतातेहैकिपिछलीबारजमीनकापंजीकरणतोहुआथा,लेकिनकिसानकार्डमुझेनहींमिलाहै।मेरेजमीनीकीमिट्टीजांचहुईकिनहींइसकीजानकारीमुझेनहींदीगईहै।
रामजीभगतकाकहनाहैकिकिसानोंकेलिएसरकारकीव्यवस्थाकीजानकारीसहीसमयपरनहींमिलपातीहै।