जोधपुरकेचौखासेआजराजस्थानगुजरातऔरहरियाणाकेसूखेस्थलोंकाहेलीबॉर्नसर्वेशुरुहुआ।इससर्वेसेइनसूखेस्थलोंमेंजमीनकेअंदरकितनापानीहै।कितनेएक्विफरहै।इसकीजानकारीमिलेगी।जमीनकेअंदरपुरानीजलधाराकेनेटवर्ककापतालगायाजाएगा।साथहीवहांस्थितपानीकीक्वालिटीपरभीरिसर्चहोगा।इससेइनसूखेस्थलोंपरकृत्रिमप्रबंधितपुनर्भरणकेजरीएभूजलस्तरमेंसुधारकरनेमेंमददमिलेगी।यानीकुलमिलाकरसूखेस्थलोंकेजमीनमेंपानीकोलेकरउसकेहेल्थकार्डसहितमैपतैयारहोगा।
इसहेलिकॉप्टरयुक्तभूभौतिकीसर्वेक्षणकाउद्घाटनआजकेंद्रीयमंत्रीगजेन्द्रसिंहशेखावतएवंडॉजितेंद्रसिंहद्वाराचौखास्थितभारतीयहथकरघाप्रौद्योगिकीसंस्थाकेग्राउंडसेहरीझंडीदिखाकरकिया।
येसर्वेक्षणशुष्कक्षेत्रोंमेंपानीकीसमस्याकेनिवारणऔरभू-जलसंसाधनोंकोबढ़ानेकेलिएराजस्थान,गुजरात,हरियाणाऔरपंजाबराज्योंमेंदोचरणोंमेंहोगा।पश्चिमीराजस्थानकेसाथहीगुजरातऔरहरियाणाकेशुष्कऔरअर्द्धशुष्कवेजिलेजहांबारिशकाआंकड़ाहमेशाघटता-बढ़ताहैऔरवहांभूजलकेनएस्रोततलाशनेकीसंभावनाहै।
पहलेचरणमें1लाखवर्गकिलोमीटरक्षेत्रशामिल
दोचरणोंमेंहोनेवालेइससर्वेक्षणकेपहलेचरण(2021-22)में1लाखवर्गकिलोमीटरक्षेत्रकोशामिलकियागयाहै।इसमेंराजस्थानकेआठजिलोंमेंलगभग65,500वर्गकिलोमीटरकाक्षेत्र,गुजरातके5जिलोंका32,000वर्गकिलोमीटरक्षेत्रऔरहरियाणाके2जिलोंमें2,500वर्गकिलोमीटरक्षेत्रसम्मिलितहै।
इसलिएहोगासर्वे
जलसंरक्षणकोबढ़ावादेनाइसप्रोजेक्टसेजलसंरक्षणकोसंबलमिलेगा।जलभृतमानचित्रण,कृत्रिमपुनर्भरणकेलिएस्थलों,3-डीभूभौतिकीयप्रतिरूप,भूभौतिकीयविषयगतमानचित्र,असंतृप्तजलभृतोंकीजानकारीकेसाथभूजलकीगुणवत्ताकीपहचानहोगी।पुरा-वाहिकानेटवर्ककास्थानागतवितरणहोगा।भूजलनिकासीकेलिएउत्तमउपयुक्तस्थलऔरकृत्रिमयाप्रबंधितजलभृतपुनर्भरणकेजरिएजलसंरक्षणहोगा
राजस्थानकेआठजिलेमेंसर्वे
्दोचरणोंमेंहोनेवालेइससर्वेक्षणकेअन्तर्गत,पहलेचरण(2021-22)मेंलगभगएकलाखवर्गकिलोमीटरकाक्षेत्रशामिलकियागयाहै,जिसमेंराजस्थानकेआठज़िलोंमेंलगभग65,500वर्गकिलोमीटरकाक्षेत्र,गुजरातके5ज़िलोंका32,000वर्गकिलोमीटरक्षेत्रऔरहरियाणाके2जिलोंमें2,500वर्गकिलोमीटरक्षेत्रसम्मिलितहै।
दिसम्बरमेंहुआथाकरार
इनक्षेत्रोंमेंहैलिकॉप्टरमेंउच्चभूभौतिकीयतकनीककेसयंत्रकोलगाकरसर्वेक्षणऔरअन्यवैज्ञानिकअध्ययनोंकेउपयोगकेलिएकेंद्रीयभूमिजलबोर्ड(सीजीडब्ल्यूबी)जलशक्तिमंत्रालयऔरसीएसआईआर-एनजीआरआई,हैदराबादकेबीच21दिसंबर2020कोएककरारकियागया।
मौजूदासमयमेभूजलकेतेजीसेऔरबहुतबड़ेक्षेत्रोंमेंहाईरेसोलुसनएक्विफ़रकामेपबनानेकेलिएयहसबसेउन्नतभूभौतिकीयतकनीकहै।केंद्रीयभूमिजलबोर्ड,जलशक्तिमंत्रालय,भारतसरकारद्वारादेशकेइतनेबड़ेशुष्क,अर्धशुष्कक्षेत्रमेंजलभृतोंकीपहचानकरनेकेलिएअत्याधुनिकप्रौद्योगिकीकाउपयोगकियाजाएगा।
-कोईपुरानीजलधाराकेनेटवर्ककाभीपतालगायाजासकेगा।
-जलनिकासीकेलिएउत्तमउपयुक्तस्थलऔरकृत्रिमयाप्रबंधितपुनर्भरणकेजरिएभूजलस्तरमेंसुधारकरनेकेमददमिलेगी
-जलभृतमेप,कृत्रिमपुनर्भरणकेस्थानों,3डीजियाफिजिकलमेप,असंतृप्तजलभृतोंकीजानकारीकेसाथअंडरग्राउंडवाटरकीगुणवत्ताकीपहचानीजाएगी
-इसअध्ययनकेनिष्कर्षोंसेपानीकीकमीवालेक्षेत्रोंमेंभूजलस्तरमेंसुधारकरनेकेलिएक्षेत्रविशिष्टयोजनाएंतैयारकरनेऔरभूजलसंसाधनोंकेसततप्रबंधनकेलिएमार्गप्रशस्तकरनेमेंमददमिलेगी।
-जलभृतमानचित्रतैयारहोगा,
क्याहैहेलीबॉर्नसर्वे
हेलिकॉप्टरमेंउच्चभूभौतिकीयतकनीककेसंयंत्रकोलगायाजाताहै।जोकिभूजलयाएक्विफरकास्पष्टमानचित्रबनादेताहै।इससेआगेभूजलकेआंकड़ेबहुतकमसमयमेंएकत्रितकिएजातेहैंऔरभूजलसंरक्षणपरकामभीकियाजाताहै।