भारतमेंकईहिस्सोंमेंआजभीपीरियड्सकोलेकरकईसारीभ्रांतियांहैं।ऐसेमेंसुखीभव्लोगोंमेंखासकरग्रामीणइलाकोंमेंपीरियड्सकोलेकरइनभ्रांतियोंकेखिलाफजागरूकताफैलानेकाकामकररहीहै।इतनाहीनहींसेसंस्थाकोरोनावायरसमहामारीकेवक्तभीरुकीनहींऔरगांव-गांवजाकरइन्होंनेकामकिया।इसदौरानइससंस्थानेनसिर्फमहिलाओंकोपीरियड्सकोलेकरबातकी,बल्किमहिलाओंकेस्वास्थ्यपरCovid19महामारीकेप्रभावोंकोभीजाननेकीकोशिशकी।इससंस्थानेमहामारीकेदौरानमहिलाओंकीचुनौतियोंकाभीविश्लेशणकिया।इसदौरानसंस्थानइसबातकोभीजाननेकीकोशिशकीमहामारीकेदौरानमहिलाओंतकसैनिटरीनैपकिनऔरबाकीजरूरकीचीजेंपहुंचीयानहीं।
पीरियड्सकीरूढ़ियोंकोतोड़ता'हैलोसहेली'
इतनाहीनहींसुखीभव्मासिकधर्मसेजुड़ेरूढ़िवादीभावनाओंकोबदलनेकेलिए'हैलोसहेली'नामकाजागरूकताअभियानभीचलारहीहै।इसमेंये4तरीकेमुंख्यबिंदुओंकीमददसेग्रामीणमहिलाओंकरअपनीबातपहुंचानेकीकोशिशकरतेहैं।
-इनकीपहलीपहलजागरूकताऑडियोजिंगल्सकानिर्माणथा,जिसेमहिलाएंअपनेफोनपरप्राप्तकरनेकाविकल्पचुनसकतीहैं।
-दूसरी,स्थानीयभाषाओंमेंमासिकधर्मऔरयौनस्वास्थ्यहेल्पलाइनभीशुरूकीगईं,जहांपीरियड्यमेंदर्द अनियमितताओं,स्वच्छताऔरपोषणपरविश्वसनीयजानकारीप्रदानकरतीहै।
-तीसरीपहलथीएकहेल्पलाइननंबरहै,जोकिमान्यताप्राप्तडॉक्टरोंसेकॉलर्सकोजोड़ताहैऔरमहिलाओंकोटेली-परामर्शप्रदानकरनेमददकरतीहै।
-सुखीभवाकाचौथाध्यानजेंडरइशूजकोलेकरलोगोंकोजागरूककरनाहै।
संस्थानेकामकरनेकेलिएहेल्पलाइननंबरस्थापितकिएहैं,जहांटीमकेसदस्योंनेकर्नाटककेग्रामीणइलाकोंकीमहिलाओंकोमुफ्तमासिकधर्मऔरयौनप्रजननस्वास्थ्यज्ञानऔरटेली-स्त्रीरोगपरामर्शदेनेकेलिएएकनेटवर्कतैयारकियाहै।यहांअपनीपसंदीदाभाषाओंमेंमहिलाओंबातकरतीहैं,जिनमेंतमिल,कनाड़ाऔरअंग्रेजीशामिलहैं।इनसबकोकरनेमेंसुखीभव्कोबहुतमेहनतलगीहै।सुखीभावाकठिनसमयमेंमहिलाओंकीलड़ाईमेंमददकररहीहैऔरउन्हेंसमाजकोजागरूकबनारहीहै।उनकेइसनेकप्रयासकोऔरप्रोत्साहितकरनेकेलिए, उन्हेंअपनावोटदें।यहांआपजागरणन्यूमीडियाऔरओनलीमाईहेल्थहेल्थकेयरहीरोजअवार्ड्समेंअपनीपसंदीदानामांकितकहानीकेलिएवोटकरसकतेहैं।