कईमहीनोंसेनीतिगतफैसलोंपरलकवेकीमारजैसानजाराथा.इसीबीचकुछसमयपहलेतकसन्निपातमेंपड़ेरहेयूपीएमंत्रिमंडलकेलिएमल्टी-ब्रांडखुदराक्षेत्रमें51फीसदीप्रत्यक्षविदेशीनिवेश(एफडीआइ)कीअनुमतिदेनेकामकसदथासरकारमेंफिरसेप्राणफूंकना.लेकिनहुआइसकाउलटा.
इसकदमनेसरकारकोहीधराशायीकरडाला.विपक्षतोमुट्ठीतानेखड़ाहैही,इसफैसलेपरखुदकांग्रेसपार्टीभीविभाजितहै.केरलप्रदेशकांग्रेसकेप्रमुखरमेशचेन्नितलानेइसफैसलेपरविरोधजतातेहुएप्रधानमंत्रीकोपत्रलिखाहै.
चुनावकीडगरपरचलरहेउत्तरप्रदेशसेकांग्रेससांसदसंजयसिंहनेभीऐसाहीकरनेकीचेतावनीदीहै.चेन्नितलाऔरसंजयसिंहदोनोंकांग्रेसकेप्रथमपरिवारकेनजदीकीमानेजातेहैं.
24नवंबरकोजबमंत्रिमंडलकीबैठकमेंखुदराक्षेत्रमेंप्रत्यक्षविदेशीनिवेशकोअनुमतिदेनेकाफैसलालियागयाथा,तबकांग्रेसएकविभाजितघरानेकीहालतमेंथी.बैठकमेंवित्तमंत्रीप्रणबमुखर्जीनेमौजूदादौरमेंखुदराक्षेत्रमेंप्रत्यक्षविदेशीनिवेशकीअनुमतिदेनेकेपक्षमेंसबसेसशक्ततर्कदिएथे.उनकातर्कएकदमसीधा-साथा.बतायाजाताहैकिउन्होंनेकहाथा,''मुझेपैसेकीजरूरतहै.''
मुखर्जीभारतकीधीमीपड़तीविकासदर,विदेशीपूंजीकेपलायन,बाजारमेंमंदीऔररुपएकीकीमतमेंगिरावटकोलेकरचिंतितरहेहैं.इसफिसलनकोउलटीदिशामेंमोड़नेकेलिएकुछतोकरनाहीथा.
खुदराक्षेत्रमेंप्रत्यक्षविदेशीनिवेशकोआगेबढ़ानेकेलिएमुखर्जीकेइरादेमजबूतथे.मंत्रिमंडलकीबैठकमेंएकदौरमेंउन्होंने,गांधीपरिवारकेविश्वस्तए.के.एंटनीऔरजयरामरमेशसहित,असहमतसाथीमंत्रियोंसेनाराजगीकेसाथकहदियाथाकिखुदराक्षेत्रमेंएफडीआइकोमंजूरीदेनेमेंनाकामीसेसेंसेक्सअगलेदिन400अंकगिरजाएगा.
प्रधानमंत्रीमनमोहनसिंह,पी.चिदंबरमऔरकपिलसिब्बलसरीखेप्रभावशालीकैबिनेटसाथियोंकेसमर्थनसेमुखर्जीबहसमेंजीतगएथे.सरकारकोयहउम्मीदथीकिएकबारघोषणाहोजानेकेबादनीतिकोलेकरकोईखासझंझटनहींआएगा,क्योंकिइसकेलिएसंसदकीमंजूरीकीजरूरतनहींथी.
लेकिनराजनैतिकयथार्थकेसामनेसरकारकीउम्मीदेंचकनाचूरहोगईं.अक्सरसरकारकेपक्षमेंमतदानकरनेवालेसमाजवादीपार्टीऔरबहुजनसमाजपार्टीजैसेदलोंनेभीसरकारकेफैसलेकेखिलाफसख्तरवैयाअपनालिया.महजराष्ट्रवादीकांग्रेसपार्टीकासमर्थनप्राप्तकांग्रेसफंसगईहै.
29नवंबरकोइसअड़चनकोसुलझानेकेलिएबुलाईगईसर्वदलीयबैठकभीगतिरोधमेंजाकरखत्महुई.मजबूतीकेसाथअड़ेविपक्षसेसरकारसिर्फथोड़ी-सीमोहलतहासिलकरसकी.गठबंधनकेभीतरऔरविपक्षकासमर्थनजुटासकनेमेंउसकीविफलतानेउनअहमक्षेत्रोंतकपहुंचसकनेमेंसरकारकीनाकामीकोहीउजागरकिया,जिनकेखुदराक्षेत्रमेंएफडीआइसेप्रभावितहोनेकीसंभावनाहै.
जोसरकारखुदकोकिसानोंकीहितैषीकेतौरपरपेशकरतीहै,उसकीओरसेकिसानोंकोलाभपहुंचानेवालेएकफैसलेकेलिएकिसानोंसेसमर्थनजुटानेमेंबरतीगईसुस्तीआश्चर्यजनकहै.दिल्लीस्थितएकस्वतंत्रथिंक-टैंक-इंडियनकाउंसिंलफॉररिसर्चऑनइंटरनेशनलइकॉनामिकरिलेशंस(आइसीआरआइईआर),ने2008मेंकिएगएएकअध्ययनमेंइसबातकोरेखांकितकियाथाकिसंगठितखुदराव्यापारसेकिसानोंकोअच्छाखासालाभहोगा.
बंगलुरूकेबाहरीइलाकेहोसकोटमेंफूलगोभीउगानेवालोंकेसमुदायकेकराएगएएकअन्यसर्वेक्षणमेंदिखायागयाकिकिसानोंनेजबसरकारकेनियंत्रणवालीमंडीकेस्थानपरसीधेखुदराविक्रेताओंकोबेचा,तोउन्हेंऔसत25प्रतिशतज्यादादाममिले.संगठितखुदराविक्रेताओंकोबेचनेवालेकिसानोंकोबैंकसेभीकर्जमिलनेकीज्यादासंभावनापाईगई.
किसानोंकेथोड़ेसमूहकुछसमयसेखुदराक्षेत्रमेंएफडीआइकासमर्थनकररहेहैं.देशभरमेंएकलाखसदस्योंवालेगैरराजनैतिककिसानसंगठनभारतकृषकसमाजकेअध्यक्षअजयजाखड़नेखुदराक्षेत्रमेंएफडीआइकोइजाजतदेनेकेपक्षमेंतर्कदेतेहुएअगस्तमेंप्रधानमंत्रीकोलिखाथा,''सब्जीमंडियोंमेंबिचौलियों,कमीशनएजेंटोंऔरखुदराबाजारमेंगलियोंमेंबेचनेवालोंऔरसब्जीविक्रेताओंकीनिजीमंडलियोंकाएकाधिकारचलताहै...कटाईकेसमयकिसानअपनीउपजबेचनेकेलिएमजबूरहोताहै(क्योंकिसब्जियांजल्दीखराबहोतीहैं)..इसकेबावजूदजबमल्टीब्रांडरिटेलमेंएफडीआइकेलिएदिशा-निर्देशबनानेकीबातआतीहै,तोसरकारहैरानकरनेवालेअंदाजमेंउन्हींमंडलियोंकेअधिकारोंकोबड़ेआकारकेस्टोर्ससेमिलनेवालीप्रतियोगितासेबचानेकेबारेमेंसोचनेलगतीहै.''
जाखड़उनदलोंकीआलोचनाकरतेहैं,जोखुदराक्षेत्रमेंएफडीआइकेविरोधमेंहैं.उनकाकहनाहै,''जोपार्टियांसरकारकेफैसलेकाविरोधकररहीहैं,वेसिर्फकिरानास्टोरमालिकोंकेलिएअपनीचिंताजतारहीहैं.इसबारेमेंकोईचिंतितनजरनहींआताकिअगरकिसानोंकीउपजबड़ेखुदराविक्रेताओंकेजरिएसीधीखरीदीजातीहै,तोउन्हेंकितनालाभहोगा.''कांग्रेसअपनीनीतिकेपक्षमेंकिसानोंकासमर्थनआसानीसेजुटासकतीथी.लेकिनउसनेऐसानहींकिया.
उद्योगोंकेसंघफिक्कीकेमहासचिवराजीवकुमारविवादकोलेकरहैरानहैं.वेकहतेहैं,'हुएकमात्रसवालकिरानास्टोरोंकेहश्रकोलेकरहैऔरकोईसबूतनहींहैकिउन्हेंनुक्सानउठानापड़ेगा.''आइसीआरआइईआरकाअध्ययन,जिसेकुमारनेउससमयइसथिंक-टैंककेसीईओकीहैसियतसेकरवायाथा,दर्शाताहैकिजहांबड़ेरिटेलरोंकेबिल्कुलनजदीककेकुछकिरानास्टोरोंकोथोड़ेसमयतकआमदनीमेंघाटाउठानापड़ताहै,दीर्घकालमेंपड़नेवालाप्रभावनगण्यहोताहै.
राजीवकुमारकहतेहैं,''किरानास्टोरमालिकोंकोपूरीउम्मीदहैकिवेबड़ेरिटेलरोंकोप्रतियोगितामेंपराजितकरदेंगे.दो-तिहाईलोगकहतेहैंकिवेअपनेबच्चोंकोभीइसीधंधेमेंदेखनाचाहतेहैं.''
भारतमेंसंगठितरिटेलर्सकाअनुभवकुमारकेसिद्धांतकासमर्थनकरताहै.कम-से-कमएकबड़ीश्रृंखला,सुभिक्षा,जिसके1,000सेज्यादास्टोरथे,कामकाजशुरूकरनेके12वर्षकेभीतरहीठपहोगई.यहांतककिमुकेशअंबानीजैसासफलव्यवसायीभीअपनीरिलायंसरिटेलचेनसेकिरानास्टोरोंपरकोईअसरडालसकनेमेंविफलरहा.इसबातकोदुर्भाग्यपूर्णहीकहाजासकताहैकिसरकारकुछचुनींदाव्यापारिकसंगठनोंकेमचाएगएहाय-तौबाकाजवाबदेनेमेंनाकामरही.
कंपनियोंकोमानवसंसाधनउपलब्धकरानेवालीफर्म,टीमलीजकेअध्यक्षमनीषसभरवालकहतेहैं,''असंगठितखुदराक्षेत्रकाबिजनेसमॉडलजबरदस्तहै.''इसकीसंभावनाकमहीहैकिकोईसंगठितरिटेलर,देसीहोयाविदेशी,उधारपरसामानबेचसकेगायामुफ्तमेंघरसामानदेनेजासकेगा,जैसाकिकईकिरानास्टोरकरतेहैं.किरानास्टोरोंकीसुविधाएंउन्हेंधंधेमेंबनाएरखेंगी.
सभरवालमानतेहैंकिखुदराक्षेत्रमेंएफडीआइकोअनुमतिदेनेसेभारतकेरोजगारोंमेंएकगुणात्मकअंतरआसकताहै.वेकहतेहैं,''भारतकी93प्रतिशतकार्यशक्तिअसंगठितक्षेत्रमेंहै.हालांकिनौकरियोंमेंअसलनियुक्तियांबढ़ीहैं,फिरभीयहअनुपात1991सेअपरिवर्तितबनाहुआहै.संगठितखुदराक्षेत्रकेआगमनसेयहअसंतुलितअनुपातबदलनेमेंमददमिलेगी.''
संगठितक्षेत्रमेंरोजगारअसंगठितक्षेत्रमेंरोजगारकीतुलनामेंनिश्चितरूपसेबेहतरहोताहै-कर्मचारीकामकाजकीबेहतरस्थितियों,भविष्यनिधि,स्वास्थ्यबीमाऔरदक्षतासंवर्धनजैसेलाभप्राप्तकरसकतेहैं.सभरवालकहतेहैं,''संगठितखुदराक्षेत्रमेंवृद्धिहीअनुत्पादककृषिसेनिकलेश्रमकोखपानेकासबसेबेहतरतरीकाहै.''सरकारनेरोजगारकातर्कबेहदलचरढंगसेरखाहै.
डीएलएफकेअध्यक्षके.पी.सिंहकहतेहैं,''खुदराक्षेत्रमेंएफडीआइराष्ट्रीयहितमेंहै.इससेरोजगारऔरनिवेशआएगा.''
अर्थशास्त्रीबिबेकदेबरॉयखुदराक्षेत्रमेंएफडीआइकीजरूरतकानिचोड़पेशकरतेहुएकहतेहैं,''यहउपभोक्ताओंऔरकिसानोंकेलिएअच्छाहै,क्योंकियहविकल्पऔरदक्षताउपलब्धकराताहै.''राजनैतिकअनिश्चितताविदेशीनिवेशकोंकोफिलहालदूरबनाएरखसकतीहै,लेकिनसुधारोंकारास्ताछोड़नाभारतकोमहंगापड़सकताहै.
कसौटीपरखरेनहींउतरतेखुदराक्षेत्रमेंएफडीआइकेखिलाफतर्क
मिथकःकिरानास्टोरखत्महोजाएंगे.
हकीकत-किरानादुकानोंनेअपनेस्तरमेंसुधारकरकेभारतीयोंकेस्वामित्ववालेसंगठितरिटेलरोंसेमिलीचुनौतीकोपराजितकियाहै.उनकाअनूठाबिजनेसमॉडल,उधारपरसामानदेनाऔरमुफ्तहोमडिलीवरीउन्हेंधंधेमेंबनाएरखेगी.
मिथकःबड़ेरिटेलरोंकेसामनेकिसानोंकेपासमोलभावकरनेकीताकतनहींरहजाएगी.
हकीकत-किसानोंकेपासमोलभावकरनेकीताकतसरकारनियंत्रितमंडियोंमेंनहींहै.खुदराक्षेत्रमेंएफडीआइसेआपूर्तिश्रृंखलामेंहोनेवालेसुधारसेकिसानज्यादाबाजारोंतकपहुंचसकेंगे,जिससेमोलभावकरनेकीउनकीताकतबढ़ेगी.
मिथकःसुपरमार्केटप्रतियोगिताकोसीमितकरदेंगेऔरइसकारणकीमतेंबढ़ेंगी.
हकीकत-खासतौरपरकृषिउत्पादोंकीकीमतोंमेंगिरावटआएगी,क्योंकिआपूर्तिश्रृंखलासेबिचौलियेबाहरहोजाएंगे.
मिथकःछोटेऔरमझेलेउद्यमोंकोनुकसानहोगा,क्योंकिविदेशीरिटेलर्सविदेशोंसेसामानखरीदेंगे.
हकीकत-सरकारनेयहशर्तरखीहैकि30प्रतिशतखरीदारीस्थानीयछोटेऔरमझेलेउद्यमोंसेकरनीहोगी.इसअनुभवसेभारतीयछोटेऔरमझेलेउद्यमोंकोविदेशोंमेंबाजारखोजनेमेंमददमिलेगी.
मिथकःअसंगठितरिटेलक्षेत्रमेंलाखोंरोजगारखत्महोजाएंगे.
हकीकत-संगठितरिटेलक्षेत्रमेंलाखोंरोजगारअवसरपैदाहोंगे,जिनमेंलोगोंकोकामकाजकीबेहतरपरिस्थितियांमिलेगी.चूंकिकिरानास्टोरबरकराररहेंगे,इसलिएअतिरिक्तरोजगारपैदाहोगा.