जागरणसंवाददाता,जौनपुर:सरकारकीबैंकिगनीतियोंऔरअर्थव्यवस्थाकोलेकरअगलेबजटमेंप्रस्तावितसुधारोंकाबैंकिगसेक्टरकेविरोधकेदूसरेदिनशुक्रवारकोभीबैंकोंकेतालेनहींखुले।यूनाइटेडफोरमआफबैंकयूनियंसकेआह्वानपरसार्वजनिकक्षेत्रकेबैंकोंकेनिजीकरणकेविरोधमेंबैंककर्मियोंनेबैंकोंमेंतालाबंदकरसरकारकेविरोधमेंनारेबाजीकी।इसमेंयूनियनबैंक,स्टेटबैंक,पीएनबी,इंडियनबैंकवकेनराबैंकसमेतअन्यकर्मीशामिलहुए।बैंककर्मचारियोंनेहोटलरिवरव्यूकेसमीपयूबीआइकेरिजनलबैंकशाखाकेपासएकत्रितहोकरनारेबाजीकी।यूनाइटेडफोरमआफबैंकयूनियंसकादावाहैकिहड़तालसेदोदिनमेंलगभगतीनसौकरोड़कालेन-देनप्रभावितहुआहै।
हड़तालीबैंककर्मचारियोंनेयूबीआइकेक्षेत्रीयबैंकशाखाकेपासएकत्रितहोकरनारेबाजीकी।हड़तालकाअसरनगरसमेतग्रामीणक्षेत्रकीबैंकोंकीशाखाओंपरभीपड़ा।दोदिनहड़तालकीवजहसेएटीएमपरउपभोक्ताओंकीभीड़जुटनेसेवहभीखालीहोगए,जिससेकैशकेलिएलोगपरेशानहुए।कर्मचारियोंकाकहनाहैकिनिजीक्षेत्रकेबैंकसरकारीयोजनाओंकेप्रतिउदासीनरहतेहैंवनिजीक्षेत्रकेबैंकऔद्योगिकघरानोंकेहितमेंशाखाएंखोलतीहैं,जोदेशकेहितमेंनहींहै।यूपीबैंकइम्प्लाइजयूनियनकेअध्यक्षएसएनजायसवालनेकहाकिसरकारकायहफैसलाकिसीभीतरहदेशहितमेंनहींहै।उन्होंनेकहाकिवर्ष1969सेअबतक25प्राइवेटबैंकफेलहुएहैं,जिसकाविलयराष्ट्रीकृतबैंकोंमेंकियागया।देवांशसिंहनेकहाकिसरकारकोइसफैसलेकोवापसलेनाहोगा,नहींतोमजबूरीमेंकर्मचारियोंकोअनिश्चितकालीनहड़तालकेलिएबाध्यहोनाहोगा।इसदौरानकृष्णायादव,अखिलेशयादव,दुष्यंतसिंह,सौरभउपाध्याय,आशुतोष,अनिलमौर्य,सुनील,सुरेंद्र,अखिलेशयादव,संजीवकुमारसमेतअन्यबैंककर्मीशामिलरहे।