बेड़ो:किसानोंकीआयदोगुनीकरनेकेलिएझारखंडसरकारनेकईवादेकिए,लेकिनकिसानोंकीहालतऔरभीखराबहोतीजारहीहै।बेड़ोप्रखंडकी90फीसदआबादीकृषिपरनिर्भरहै।कृषिमेंधानेकीखेतीहीइसक्षेत्रकेकिसानोंकीमुख्यपूंजीहै।धानकीखेतीसेहीइसक्षेत्रकेकिसानसालभरअपनाजीवन-यापनकरतेहैं।यहाइसबारधानकीबंपरखेतीहुईहै।पर,महीनोंबीतजानेकेबादभीकिसानोंकीजेबखालीहै।
पैक्सकोकिसानोंनेछहमाहपहलेहीधानबेचाथा,लेकिनउनकेहाथोंमेंअभीतकएकपैसानहींआयाहै।किसानोंकोअबअपनेपैसेकेलिएपैक्सवप्रखंडकार्यालयकाचक्करकाटनापड़रहाहै।प्रखंडक्षेत्रकेदर्जनोंकिसानोंनेलैंपसमेंधानबेचाथा।अबउसीपैसेकोलेकरकिसानचक्करकाटरहेहैं,परउनकीसुननेवालाकोईनहींहै।धानबिक्रीकीरकमनहींमिलनेसेकिसानोंकीआर्थिकस्थितिकमजोरहोतीजारहीहै।पैसेनहींमिलनेकेकारणकिसानकाफीमायूसहैं।धानखरीदनेकेसमयजोउनसेवादाकियागयाथावहपूरानहींहुआहै।
कोरोनाकालमेंकोईभीकर्जदेनेकोतैयारनहीं
इसकोरोनाकालमेंकिसानोंकोकोईकर्जभीदेनेकोतैयारनहींहै।जबकिसरकारकीओरसेदिएगएकागजमेंसाफशब्दोंमेंलिखाहैकिसातदिनोंमेंआपकेखातेमेंपैसेआजाएंगे।पर,छहमहीनेबादभीपैसाइनकेखातेमेंपैसानहींआया।किसानोंकाकहनाहैकिकोरोनासंकटकालमेंसब्जीकीकीमतआधीहोगईहै।इसकारणउनकीआर्थिकस्थितिदयनीयहोगईहैऔरलोनभरनेमेंपरेशानीहोरहीहै।खेतीकासमयआगयाहैखेततैयारकरलिएहैं।अबधान-खादआदिखरीदनेहैंपरपैसेनहींहैं।अबकहांसेखरीदारीकरें,क्योंकिपैसेहीनहींमिलेहैं।