संवादसूत्र,भगवानपुर:स्थानीयप्रखंडकेकिसानइनदिनोंखादकेलिएकाफीपरेशानहैं।धानकीफसलकटनेलगीहै।गेहूंकीबोआईकरनेकासमयहै।खेततैयारहै।किसानडीएपीखादकेलिएदर-दरभटकरहेहैं।लेकिनडीएपीखाददुकानोंपरउपलब्धनहींहै।इसकेचलतेकिसानगेहूंकीबोआईनहींकरपारहेहैं।बतायाजाताहैकिजबकिसानोंकोखादकीआवश्यकताहैतोसरकारकिसानोंतकखादनहींपहुंचापारहीहै।
किसानोंमेंजबरदस्तनाराजगी
अरारीगांवकेकिसानरामसूरतसिंहनेबतायाकिकईबीघाधानकाखेतकटकरतैयारहोगयाहै।डीएपीखादनहींमिलनेसेगेहूंकीबोआईनहींहोपारहीहै।वहींराधाखाड़गांवकेकिसानगोपालसिंहकहतेहैंकिवर्तमानसरकारकिसानोंकीउपेक्षाकररहीहै।किसानअपनेपैसोंसेखादखरीदनेकेलिएतैयारहैं।उसकेबादभीबाजारमेंखादउपलब्धनहींहै।वहींस्थितिधानकीखेतीकेसमयभीहुई।लंबीलंबीकतारलगाकरकिसानयूरियाखरीदनेकेलिएसुबहसेशामतकपरेशानरहतेथे।अबयहकेवलएकबारकीनहींबल्किहरबारकीसमस्याबनगईहै।इसेक्याकहाजाए,यहतोसरासरसरकारकीहीगलतीहै।अगरमुख्यमंत्रीसेकामनहींहोपारहाहैतोवहअपनाइस्तीफासौंपदें।किसीऔरकोसरकारसंभालनेदे।अगरहमलोगअनाजनहींउगाएंगेतोफिरलोगोंकोखानातकनसीबनहींहोगाजोसबसेमूलभूतआवश्यकताहैजीवनकी।उसकाभीयहसरकारअनदेखीकररहीहै।
अधिकारियोंऔरसरकारपरनिकालीभड़ास
गांवभगवानपुरकेकिसानऋषिमुनिकाकहनाहैकिसमयसेकिसानोंकोखादऔरबीजउपलब्धहोजाएतोकिसानकड़ीमेहनतसेखेतीकरअच्छीपैदावारकरसकतेहैं।लेकिनसमयपरखादनहींमिलनेसेकिसानलाचारहैं।लोगोंकामनइनभ्रष्टअधिकारियोंसेऔरसरकारसेउड़चुकाहैयहकेवलवादेकरतीहैलेकिनबिल्कुलनहींनिभापातीऔरइसकाखामियाजाआमजनताकोभुगतनापड़ताहै।