संवादसूत्रकसेंदा:बेसहारामवेशियोंकेसंरक्षणकेलिएसरकारप्रयासरतहै।इसकेलिएजनपदमें36गोशालाबनाईगईहैं।चायलतहसीलक्षेत्रकेगांवोंमेंबेसहारामवेशीकिसानोंकीफसलचटकररहेहैं।किसानअबमवेशियोंसेपरेशानहैं।मवेशियोंकाझुंडकिसानोंकीगाढ़ीकमाईकोचटकरतेवपैरोंतलेरौंदतेहुएआसानीसेदेखाजासकताहै।
किसानकड़ीमेहनतकरफसलोंकीबुआईकरतेहैं।अभीतकनीलगायकिसानोंकेलिएआफतबनीथी।लेकिन,योगीसरकारमेंस्लाटरहाउसपररोकलगानेसेबेसहारामवेशियोंकीसंख्याबढ़गईहै।इससेक्षेत्रकेकसेंदा,फतेहपुर-सहावपुर,बलहेपुर,आदिमेंकिसानोंकीकमाईजहांबर्बादहोजारहीहै,वहींसड़कपरआएदिनमवेशियोंकेकारणदुर्घटनाएंभीहोरहीहैं।बार-बारमांगकेबावजूदतहसीलप्रशासनकीतरफसेकार्रवाईनहींहोनेसेलोगोंमेंरोषहै।सरकारकेनिर्देशपरगोशालाकेंद्रतोबनादीगईलेकिनबेसहारामवेशियोंकेकारणपरेशानीबढ़तीहीजारहीहै।कसेंदागांवनिवासीशंकरलालकुशवाहा,संतलाल,अनिलकुमारकुशवाहा,संजयकुशवाहा,चंद्रभानआदिनेबतायाकीपहलेनीलगायोंकेउत्पातसेग्रामीणक्षेत्रकेलोगोंकोमुसीबतथी।अबलोगबछड़े,सांड़वगायकोभीबेसहाराछोड़रहेहैं।जोपलभरमेंकिसानोंकीमिर्च,टमाटर,बैंगन,पालक,बाजराआदिकीफसलेंदिन-रातरखवालीकरनेकेबादभीनहींबचरहीहैंजिससेकिसानोंकीपूरीफसलनष्टहोनेसेउनकीमहीनोंकीमेहनतवसालभरकीखेतीखराबहोरहीहै।साथहीकईपशुखेतसेबाहरनिकालनेकाप्रयासकरनेपरहमलाभीकरदेतेहैं।