जागरणसंवाददाता,गाजियाबाद:मेरठरोडऔद्योगिकक्षेत्रमेंटूटीसड़केंऔरजलभरावबड़ीसमस्याहै।उद्योगोंमेंकच्चाऔरतैयारमाललाने-लेजानेवालेवाहनोंऔरराहगीरोंकोगड्ढ़ोंमेंभरेपानीसेपरेशानीकासामनाकरनापड़रहाहै।दोपहियासवारकईलोगइसमेंगिरकरघायलहोचुकेहैं।
औद्योगिकक्षेत्रमेरठरोडपरअव्यवस्थाओंकाबसेराहै।यहांजलनिकासीकीसमुचितव्यवस्थानहोनेसेसड़केंतालाबमेंतब्दीलहैं।दिन-रातऔद्योगिकइकाइयोंमेंकामकरनेवालेकईकामगारऔरराहगीरइनगड्ढोंमेंगिरकरघायलहोचुकेहैं।नालाटूटाहै,जिससेओवरफ्लोहोनेसेआमदिनोंमेंइसकागंदापानीसड़कोंपरभरजाताहै।उद्यमियोंकेसाथयहांसेगुजरनेवालेलोगपरेशानहैं।नगरनिगमसेकईबारइसेबनवानेकामुद्दाउद्योगबंधुकीबैठकमेंउठायाजाचुका,लेकिनकईसालसेहालातजसकेतसहैं।
औद्योगिकक्षेत्रमेंसड़कऔरनालोंकीसमस्याकोउद्योगबंधुकीबैठकमेंहरबारउठायाजाताहै,लेकिननगरनिगमकीओरसेफंडनहोनेकीबातकहकरटालदियाजाताहै।एकबारिशमेंहाल-बेहालहै।निगमकेगड्ढामुक्तअभियानमेंऔद्योगिकक्षेत्रोंकोभीशामिलकियाजानाचाहिए।
-अनिलकुमार,अध्यक्षमेरठरोडऔद्योगिकक्षेत्र
औद्योगिकसंगठनोंकीओरसेउद्योगबंधुकीबैठकमेंसड़क,नाला,पेयजलकीसमस्याओंकोरखाजाताहै।इसमेंसंबंधितविभागोंकोइससंबंधमेंजिलाधिकारीकीओरसेनिर्देशितकियाजाताहै।अभीऔद्योगिकक्षेत्रोंकीअधिकांशमांगोंकासमाधाननहींहुआहै।
-बीरेंद्रकुमार,संयुक्तआयुक्तउद्योग