(मानसप्रतिमभूइयां)नयीदिल्ली,23जुलाई(भाषा)वैश्विकसामरिकमामलोंकेविशेषज्ञोंनेबृहस्पतिवारकोकहाकिपूर्वीलद्दाखऔरदक्षिणचीनसागरमेंचीनकेदुस्साहसकेपीछेराष्ट्रपतिशीचिनफिंगकी,आर्थिकनीतियोंकेखिलाफअसंतोषकोथामने,मजबूतदिखनेऔरअंतराष्ट्रीयस्तरपरकदबढ़ानेकीलालसाजैसेपहलूहोसकतेहैं।विशेषज्ञोंनेकहाकितनावसेअमेरिका,यूरोपऔरएशियाकेविभिन्नहिस्सोंमेंऐसीआशंकापैदाहुईहैकिअपनेक्षेत्रीयहितोंकोलेकरचीनऔरआक्रामकरूखअख्तियारकरसकताहै,जिसपरवैश्विकताकतोंद्वारागंभीरऔरएकजुटहोकरकदमउठानेकीसंभावनाबनसकतीहै।शिकागोविश्वविद्यालयमेंराजनीतिविज्ञानकेएसोसिएटप्रोफेसरपॉलस्टेनिलैंडनेकहा,‘‘निश्चिततौरपरचीनकोआर्थिकखामियाजाभुगतनापड़ेगा।अभीहमेंजिससवालकाजवाबनहींमिलाहैवहयेकिउसेकितनीबड़ीकीमतचुकानीहोगी।साथही,क्षेत्रमेंआक्रामकरूखकेलिएचीनीनेतृत्वकितनानुकसानझेलनेकोतैयारहैं।’’पूर्वीलद्दाखमेंचीनकाकदमउसीप्रकारहैजिसतरहउसनेएशियाकेअन्यहिस्सों,दक्षिणचीनसागरऔरपूर्वीचीनसागरमेंदिखायाहैऔरक्षेत्रोंपरदावाजतायाहै।फिलीपीनकेमामलेमेंअंतरराष्ट्रीयकानूनोंकीअवहेलनाकीगयी।मुख्यरूपसेजापान,इंडोनेशिया,मलेशिया,फिलीपीन,ब्रूनेई,कंबोडियाऔरवियतनामसमेतअन्यदेशोंसेउसकाविवादहै।मैसाचुसेट्सइंस्टीट्यूटऑफटेक्नोलॉजीमेंराजनीतिविज्ञानकेएसोसिएटप्रोफेसरविपिननारंगनेकहाकिपूर्वीलद्दाखऔरएशियामेंअन्यत्रचीनकाअपनाप्रभावबढ़ानेऔरहठधर्मीरवैयादिखानेकेपीछेकईवजहेंहोसकतीहैं।उन्होंनेपीटीआई-भाषासेकहा,‘‘अवसरवादसेलेकरभारतकेडीएस-डीबीओ(दार्बुक-श्योक-दौलतबेगओल्डी)रोडजैसीआधारभूतसंरचनातैयारकरनेकाकारणहोसकताहै,जहांशीचिनफिंगकोलगताहोगाकिवहकमजोरनहींदिखें।’’कोविड-19महामारीकेदौरानभारतकेध्यानबंटेहोनेकाफायदाउठातेहुएचीननेवास्तविकनियंत्रणरेखा(एलएसी)केपश्चिमीसेक्टरमेंअपनेसुरक्षाबलोंकोगोलबंदकिया।हार्वर्डविश्वविद्यालयकेओलिनइंस्टीट्यूटफॉरस्ट्रैटिजिकस्टडीजसेभीजुड़ेनारंगनेकहा,‘‘चीननेएकसाथकईबिंदुओंपरअवसरोंकाद्वारखोलनेकाप्रयासकियाहै।’’काराकोरमदर्रेकेपाससामरिकरूपसेमहत्वपूर्णदौलतबेगओल्डी(डीबीओ)कोलेहसेजोड़नेकेलिएसीमासड़कसंगठनपिछलेदोदशकोंसे255किलोमीटरलंबीडीएस-डीबीओसड़कबनारहाहै।यहसड़कश्योकऔरतांगत्सेनदीकेबगलसेगुजरतीहैऔरइससेभारतकीसामरिकरूपसेकईमहत्वपूर्णस्थानोंपरपहुंचबनतीहै।सामरिकमामलोंकेएकऔरविशेषज्ञडॉलक्ष्मणबेहेरानेकहाकिशीकीआर्थिकनीतियोंकोलेकरचीनमेंअसंतोषहैऔरध्यानहटानेतथाअपनाकदबढ़ानेकेलिएसीमापरआक्रामकरूखअपनायाजारहाहै।उन्होंनेकहाकिचीननेइसबारेमेंकभीपारदर्शितानहींदिखायीहैकिवहक्याकरनेवालाहै।उन्होंनेकहा,‘‘उनकेइरादोंकोकोईनहींजानताहै।यहबहुतबंदसमाजहै।’’यहइसतथ्यसेभीसाफहोताहैकि15जूनकोगलवानघाटीमेंहताहतहुएअपनेसैनिकोंकेबारेमेंचीननेनहींबतायाजबकिभारतनेबतायाकि20सैन्यकर्मियोंकीमौतहुई।एकअमेरिकीखुफियारिपोर्टकेमुताबिकचीनके35सैनिकहताहतहुए।डॉबेहेरानेबताया,‘‘चीनअपनेहताहतोंकेबारेमेंकभीपरवाहनहींकरताहैऔरवेसारेतथ्योंकोछिपानेमेंमाहिरहैं।यहतथ्यहैकिउनकेपक्षकोकाफीनुकसानहुआ।लेकिनउन्होंनेअपनेदेशकेलोगोंकोइसबारेमेंनहींबताया।वेऐसाहीकरतेरहेहैं।’’पूर्वउपसेनाप्रमुखलेफ्टिनेंटजनरल(सेवानिवृत्त)सुब्रतसाहानेभीपीटीआई-भाषाकोबतायाकिचीननेअपनेहताहतोंकीसंख्याकेबारेमेंइसलिएनहींबतायाक्योंकिइससेउसेचीनमेंरोषपैदाहोनेकीआशंकाहै।पिछलेमहीनेपीटीआईकेसाथएकसाक्षात्कारकेदौरानचीनीदूतसुनवीदोंगनेकुछमहत्वपूर्णसवालोंकोअनसुनाकरदियाथा।जैसेकिउनसेसवालकियागयाथाकिजबदुनियाकोविड-19महामारीसेनिपटरहीहैतोचीनआक्रामकसैन्यरवैयाक्योंअपनाएहुएहै।बड़ेस्तरपरसैनिकोंकेजमावड़ेकेपीछेक्यामंशाहैऔरगलवानघाटीमेंचीनीसेनानेभारतीयसैनिकोंपरबर्बरहमलाक्योंकिया?चीनीदूतसेयहभीसवालकियागयाथाकिक्याचीनगलवानघाटीमेंभारतीयसैनिकोंपरहमलेमेंशामिलसैनिकोंकोदंडितकरेगाऔरचीनकेकितनेसैनिकहताहतहुए?हालांकि,सुननेइनसवालोंकोअनसुनाकरदिया।जनरलसाहानेकहाकिदूतकीचुप्पीचीनकीनिरंकुशव्यवस्थाकापरिणामहैजिसमेंबहुतसख्तीसेचीजोंकोनियंत्रितकियाजाताहैऔरपदानुक्रममेंनीचेआनेवालेलोगोंकेलिएऐसेमुद्देकोनजरअंदाजकरनाआमबातहै।जबकिभारतमें,जहांलोकतंत्रहै,हरअधिकारीकोबोलनेकीअनुमतिहोतीहै।बहरहाल,राष्ट्रीयसुरक्षासलाहकारबोर्डकेएकसदस्यतिलकदेवेश्वरनेपीटीआई-भाषासेकहाकिपूर्वीलद्दाखमेंचीनकीआक्रामकतानेअंतरराष्ट्रीयस्तरपरउसकीछविकोनुकसानपहुंचायाहै।साथहीयहमाननेकेभीकईकारणहैंकिराष्ट्रपतिशीपरदेशकाआंतरिकदबावभीहै।उन्होंनेकहा,‘‘हताहतोंकीसंख्याकेबारेमेंछिपाना,यहसंकेतदेताहैकिउन्हेंगंभीरनुकसानहुआऔरवहजनताऔरदुनियाकोइसबारेमेंनहींबतानाचाहते।सैनिकोंकासहीतरीकेसेअंतिमसंस्कारनहींहोनेकेकारणभीचीनमेंआक्रोशहै।दुनियानेदेखाकिभारतनेअपनेशहीदोंकोपूरेसैन्यसम्मानकेसाथअंतिमविदाईदी।’’उन्होंनेकहा,‘‘अपनेदिवंगतशहीदोंकासम्माननहींकरना,चीनकेव्यवहारकोदिखाताहै।दूसरीबात,इसनेदिखादियाकिचीनद्विपक्षीययाअंतरराष्ट्रीयसमझौतेकासम्माननहींकरेगायावहउन्हींचीजोंकोमानेगाजोउनकोठीकलगताहै।इससेसाबितहोताहैकिचीनकेलिएऐसेसमझौतेकीकोईअहमियतनहींहै।बाकीदुनियाकोभीउनकीनीतियोंकाअंदाजालगजााएगा।’’