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आशीषसिंह,धनबाद। आइआइटीआइएसएमनितनएइनोवेशनकेसाथ-साथसामाजिकदायित्वोंकोभीबेहतरतरीकेसेफलीभूतकरनेमेंलगाहै।खासकरस्वास्थ्यऔरस्वच्छताकोलेकरएकअनूठीश्रृंखलाकीशुरुआतकीहै।इसेसरकारीस्कूलोंमेंकियाजारहाहै।प्रत्यक्षतौरपर1500बच्चेलाभान्वितहोरहेहैं।बच्चोंकेजरिएउनकेस्वजनऔरशिक्षकोंकोभीस्वास्थ्यऔरस्वच्छताकेप्रतिजागरूककियाजारहाहै।इनकार्यशालाओंकीश्रृंखलाकोजागरूकतानामदियाहै।इसेआइआइटीआइएसएमकेडिपार्टमेंटआफमैनेजमेंटस्टडीजकीप्रोफेसरडारश्मिसिंहलीडकररहीहैं।इसकीशुरुआत25अक्टूबरसेहुईऔरयह17नवंबरतकचलेगा।

अबतकडेढ़हजारछात्रोंकेबीचचलचुकाअभियान

डा.रश्मिअभीतकधनबादकेछहउच्चविद्यालयोंके1500छात्रोंकोस्वास्थ्यएवंस्वच्छताकेप्रतिजागरूककरचुकीहैं।प्रतिदिनकमसेकमपांचघंटेछात्रोंकोदेरहीहैं।डारश्मिबच्चोंकोबतारहीहैंकिबेहतरस्वास्थ्यकेलिएस्वच्छतारखनाकितनाजरूरीहै।किशोरियोंकोउनदिनोंकेदौरानसाफ-सफाईकाविशेषध्यानदेनेकीभीनसीहतदेतीहैं।जागरूकताकार्यशालाविज्ञानऔरप्रौद्योगिकीविभागभारतसरकारकेविज्ञानऔरस्वास्थ्यपरजागरूकतावर्षकार्यक्रमकाहीएकहिस्साहै।कार्यशालाओंमेंविभिन्नक्षेत्रोंकेविशेषज्ञभीशामिलहोतेहैं।कार्यशालाकेमाध्यमसेरश्मिअपनीपांचसदस्यीयटीमकेसाथस्कूलीछात्रोंकोस्वस्थजीवनशैलीअपनाने,विज्ञानऔरमानसिकस्वास्थ्यपरजोरदेनेकेलिएप्रेरितकरनेकाप्रयासकररहीहैं।जागरूकताकार्यशालाकाआयोजनकरमाटांड़हाईस्कूल,गोसाईंडीहहाईस्कूल,कस्तूरबागांधीबालिकाविद्यालयबलियापुर,कस्तूरबागांधीबालिकाविद्यालयगोविंदपुर,कस्तूरबागांधीबालिकाविद्यालयझरिया,कस्तूरबागांधीबालिकाविद्यालयतोपचांचीऔरनवोदयविद्यालयमेंहोरहाहै।

कोविडकेप्रभावकोसमझनेसेहुईशुरुआत,फिरबनाजुनून

राज्यकेस्कूलोंमेंकोविड-19काशिक्षाकेस्तरपरपड़ेप्रभावकोसमझनेकेलिएआइआइटीआइएसएमकेडिपार्टमेंटआफमैनेजमेंटस्टडीजकीफैकेल्टीडारश्मिसिंहनेबतौरप्रमुखअन्वेषककामकरनाशुरूकिया।यहप्रोजेक्टनेशनलकाउंसिलफारसाइंसएंडटेक्नोलाजीकम्युनिकेशन(एनसीएसटीसी)केतहतमिला।यहकेंद्रीयमंत्रालयकेतहतविज्ञानऔरप्रौद्योगिकीविभागकाहीएकविंगहै।एकसप्ताहबादडारश्मिनेइसेजुनूनबनालियाऔरस्कूलोंमेंअध्ययनरतगरीबछात्रोंकेस्वास्थ्यऔरस्वच्छतापरजागरूकताश्रृंखलाशुरूकरदी।डारश्मिबतातीहैंकिआइआइटीकोराज्यकेस्वामित्ववालेस्कूलीछात्रोंकीशिक्षाऔरसमग्रभलाईपरकोविडमहामारीकेप्रभावकोसमझनेकेउद्देश्यसेचुनागयाथा।रश्मिनेबतायाकिजागरूकताश्रृंखलाकेदौरानबहुतसीबातेंपताचलीं।अधिकांशउच्चविद्यालयोंमेंविज्ञानसंकायोंकीकमीहै।ऐसेस्कूलमेंसिर्फ10प्रतिशतछात्रोंकीडिजिटलशिक्षातकपहुंचथी।इसकेबावजूदसभीस्वास्थ्यऔरस्वच्छताकेबारेमेंजाननेकेलिएउत्सुकदिखे।अपनेशैक्षणिककार्यक्रमसेसमयनिकालकरसप्ताहमेंकमसेकमएकबारइन्हेंशिक्षितकरनेकाप्रयासकरेंगी।