जागरणसंवाददाता,ज्ञानपुर(भदोही):धानखरीदअबअंतिमदौरमेंचलरहाहै।किसानअपनेउपजकोबेचकरभुगतानकेलिएटकटकीलगाएहुएहैं।हकीकतयहहैकि2,000किसानोंकाभुगताननहींहोपायाहै।खरीदएजेंसीपीसीएफ,एनसीसीएफऔरनेफेडपर20करोड़बकायाहै।जिलाधिकारीआर्यकाअखौरीनेमामलेकोगंभीरतासेलेतेहुएसंबंधितशाखाप्रबंधकोंकोशीघ्रहीभुगतानकरानेकेलिएपत्रभेजाहै।
किसानोंकोउनकेउपजकाउचितमूल्यदिलानेकेलिएजिलेमें59खरीदकेंद्रखोलेगएथे।इसमेंखाद्यविभागकोछोड़सभी49केंद्रोंकोबंदकरदियागयाहै।शुरूआतीदौरमेंशासनकीओरसे99,000टनखरीदकालक्ष्यनिर्धारितकियागयाथा।16फरवरी2021कोयहलक्ष्यबढ़ाकर1,19,500टनकरदियागयाथा।इसकेसापेक्षअबतक1.21लाखटनकीखरीदहोचुकीहै।खरीदसीजनमें22,292किसानलाभान्वितहोचुकेहैं।नियमानुसार72घंटेकेअंदरकिसानोंकाभुगतानकरनेकानिर्देशदियागयाथा।इसकेबादभी2,000किसानोंकाभुगतानएकपखवारेबादभीनहींहोसकाहै।जिलाविपणनअधिकारीश्यामकुमारमिश्रानेबतायाकिलक्ष्यकेसापेक्ष101फीसदखरीदहोचुकीहै।खाद्यविभागकीओरसे97फीसदभुगतानकरदियागयाहै।अन्यएजेंसियोंकाअधिकबकायाहै।इसकेलिएउनकेशाखाप्रबंधकोंकोपत्रभेजागया।भारतीयखाद्यनिगमसेअभीसरकारीचावलकाभुगताननहींहोसकाहै।इसलिएकुछदिक्कतहोरहीहै।